http://navbharattimes.indiatimes.com/metro/lucknow/other-news/create-a-life-idol-immersion-organically/articleshow/44338380.cmsशारदीय नवरात्र की समाप्ति के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी, पथराव और फायरिंग की घटनाओं ने धार्मिक माहौल को सांप्रदायिक बना दिया। कई जगहों पर दो पक्ष आमने-सामने आ गए, तो कई जगहों पर विसर्जन के लिए जा रही भीड़ ने पुलिस पर ही हमला कर दिया। बचाव में पुलिसिया कार्रवाई में लाठीचार्ज और फायरिंग तक करनी पड़ी। पुलिस के इस रवैये के खिलाफ लोगों ने कई जगहों पर आगजनी कर दी।
आजमगढ़ में पुलिस की जीपें फूंकी : आजमगढ़ के बरदह इलाके में पुलिस ने हर साल की तरह नहर के रास्ते से विसर्जन जुलूस का मार्ग तय किया था जबकि आयोजक दूसरे रास्ते से जाना चाहते थे। नया रास्ता मुस्लिम आबादी की ओर से होने के कारण प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा था। विवाद ने शनिवार शाम करीब 4 बजे तूल पकड़ लिया। नए रास्ते से प्रतिमा ले जाने पर अड़े लोगों के ट्रैक्टर ट्रॉली पर लदी प्रतिमा को लेकर जबरन आगे बढ़ते ही पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। इससे आक्रोशित लोगों ने बरदह थाने और एक पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया। हालात बिगड़ते देख फोर्स ने पहले लाठीचार्ज और फिर कई चक्र हवा में फायरिंग की। पुलिस कार्रवाई से लोग प्रतिमा वहीं छोड़कर भाग निकले। एसएसपी दिनेश चंद्र दूबे का कहना था कि पूजा आयोजकों को कुछ लोगों ने भड़काकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। उन्होंने स्थिति नियंत्रित होने का दावा किया।
भदोही में गाड़ियों में लगा दी आग
भदोही में पिछले दिनों शांति समिति की बैठक में तय किया हुआ था कि हाई कोर्ट के आदेशानुसार इस बार दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन गंगा के बजाय उगापुर(औराई) के पास की नहर में किया जाएगा। शुरुआती दौर में विसर्जन जुलूस निकले तो सब कुछ सामान्य था। अचानक एक जुलूस में शामिल लोग परंपरा के नाम पर प्रतिमा को मीरजापुर के चील्ह घाट ले जाने लगे। फोर्स के रोकने और बलप्रयोग से आक्रोशित लोगों ने पुलिस वैन, रोडवेज बस समेत चार वाहनों को आग के हवाले कर दिया। दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की गई। हालात लगातार बिगड़ते देख पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग की तब स्थिति नियंत्रण में आ सकी। डीएम नरेंद्र शंकर पाण्डेय का कहना है कि जौनपुर जिले से विसर्जन के लिए आई प्रतिमा के जुलूस में शामिल कुछ अराजकतत्वों ने उपद्रव और आगजनी की है। उपद्रव करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
गाजीपुर में भी हालात बिगड़े
गाजीपुर में भी प्रतिमा विसर्जन का स्थान बदले जाने के विरोध को लेकर हालात बिगड़े। रात साढ़े आठ बजे से शुरु बवालदेर रात तक चलता रहा। गंगा में प्रतिमा विसर्जन करने पर अड़े लोगों पर फोर्स ने बलप्रयोग किया तो पथराव हो गया। घंटोंगुरिल्ला युद्ध के बीच पुलिस ने कई चक्र अश्रुगैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग की। पथराव - लाठीचार्ज में कई लोगों कोचोट आई। पुलिस वाले भी घायल हुए हैं। डीएम चंद्र पाल सिंह व अन्य अधिकारियों के समझाने पर शनिवार को प्रतिमाओंका विसर्जन हुआ। स्टीमर घाट के पास खोदे गए गड्ढे में ही प्रतिमाएं विसर्जित की गईं। तनाव के चलते बाजाद बंद रहा। उधरकासिमाबाद में बकरीद के दिन कुर्बानी के लिए प्रशासन द्वारा नया स्थान निर्धारित किए जाने की खबर से पूजा आयोजकोंने प्रतिमा विसर्जन करने से इंकार कर दिया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी आयोजकों को मनाने में लगे हुए थे।
संत रविदासनगर में रोडवेज बस फूंकी : संत रविदास नगर में गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन से रोकने पर उग्र लोगों ने पुलिस परपथराव कर रोडवेज बस और पुलिस की गाड़ी फूंक दी। मामला औराई थानाक्षेत्र के उगापुर नहर के पास का है। शुक्रवार कीशाम जौनपुर से बीस प्रतिमाओं के साथ आए लोगों ने मूर्तियों का विसर्जन गंगा नदी में करने के लिए चील्ह घाट की ओरजाने का प्रयास किया , लेकिन अदालत के आदेश के मद्देनजर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को नहरके पास रोक लिया। प्रशासनिक अफसरों का कहना था कि गंगा में मूर्ति विसर्जन पर अदालत ने रोक लगा रखी है इस लिएप्रतिमाओं का विसर्जन नहर में किया जाए। रोके जाने से प्रतिमाओं के साथ आई भीड़ आक्रोशित हो उठी पथराव शुरू करदिया। इतना ही नहीं भीड़ ने पुलिस की एक जीप सहित वहां से गुजर रही रोडवेज बस के यात्रियों को उतार पर उसे आग केहवाले कर दिया। जानकारी पाते ही जिलाधिकारी एसपी के साथ मौके पर पहुंचे और हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़दिया। बाद में अधिकारियों ने मूर्तियों के साथ आए लोगों को समझा बुझा कर नहर में प्रतिमाओं का विसर्जन करवाया।पुलिस ने इस संबंध में पथराव और आगजनी के आरोप में 26 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मीरजापुर में पुलिस पर पथराव : गंगा नदी में विसर्जन करने से रोकने पर मिर्जापुर में भी आक्रोशित भीड़ ने जमकर पथरावकिया , जिसमें कई पुलिस कर्मी जख्मी हो गए। डीजीपी प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार की शाम मीरजापुर के चील्ह थानाक्षेत्रमें भदोही जिले से करीब 43 दुर्गा प्रतिमाएं गंगा में विसर्जन के लिए लाई गई थीं। अधिकारियों द्वारा अदालत के आदेश काहवाला देकर उन्हें वापस कर दिया गया। वापसी के दौरान आक्रोशित भीड़ ने पथराव कर दिया , जिसमें पीएसी जवानसहित तीन पुलिस कर्मी जख्मी हो गए। अधिकारियों ने समझा - बुझा कर श्रद्धालुओं को शांत करवाया और जगदीशपुर मेंनिर्धारित स्थान पर मूर्तियों का विसर्जन करवा दिया।
मारपीट में 10 घायल : बदसठी थाना क्षेत्र के घनापुर गांव में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए ले जाते समय दो पक्षों मेंमारपीट हुई जिसमें 10 लोग घायल हो गये। आरोप है कि पुलिस ने एक ही पक्ष का मुकदमा दर्ज किया। मूर्ति ले जाने वालेपक्ष से अजीत कुमार , फौजदार , सालिक राम जमुना , राज किशोर , संजय तथा दूसरे पक्ष के महेन्द्र यादव , राम दास ,कृष्ण कुमार घायल हो गये। मूर्ति ले जाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि दबंग व्यक्ति पर एनसीआर भीकायम नहीं किया गया।
बाराबंकी में एसओ सस्पेंड : दुर्गा पूजा विर्सजन जुलूस में शामिल लोगों में से किसी ने एसओ जहांगीराबाद शुजाउद्दीन परगुलाल फेंक दिया , जिससे नाराज पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर दिया। विवाद के बाद प्रशासन ने एसओ को निलंबित करदिया। शुक्रवार को जहांगीराबाद थाना के चचेरूवा की दुर्गा पूजा विर्सजन के लिए जा रही थी। आयोजन समिति अध्यक्षरामरूप यादव ने बताया कि जुमा की नमाज होने के कारण रास्ते के नैनामऊ की मस्जिद तक डीजे बजाने से पुलिस ने रोकाथा। इस पर जुलूस आगे निकल गया तो डीजे फिर बजने लगा। इसके बाद एसओ ने लाठीचार्ज कर जैसीराम रावत , कोटीव पूर्व प्रधान उमाकांत यादव की पिटाई कर दी। इससे भीड़ उग्र हो गई और एसओ शुजाउद्दीन की पिटाई कर दी। इस परएसओ ने नैनामऊ के पूर्व प्रधान छंगा के घर में घुसकर जान बचाई। निलंबित एसओ ने बताया कि जुमा की नमाज के दौरानडीजे रोकने से नाराज होकर उन पर जानलेवा हमला किया गया। सूचना के बाद एएसपी डॉ ओपी सिंह व एडीएम पीपीपाल मौके पर पहुंचे और एसओ को निलंबित कर दिया। नैनामऊ में एहितियात के तौर पर पीएसी की तैनाती कर दी गई है।