http://www.jagran.com/news/national-banned-outfits-working-under-bogus-names-in-kerala-nia-9558935.html
हिंदू हितों (सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक) को प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से प्रभावित करने वाली घटनाओं से सम्बंधित प्रमाणिक सोत्रों ( राष्ट्रिय समाचार पत्र, पत्रिका) में प्रकाशित संवादों का संकलन।
Sunday, August 12, 2012
केरल में फर्जी नामों से काम कर रहे प्रतिबंधित संगठन
http://www.jagran.com/news/national-banned-outfits-working-under-bogus-names-in-kerala-nia-9558935.html
आतंकी फरमान, कश्मीर में चलेगा शरिया कानून
http://www.jagran.com/news/national-terrorists-fatwa-shariya-law-in-kashmir-9559901.html
Friday, August 10, 2012
जुडिशरी ने सिमी पर बैन जारी रखा
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/15337671.cms
पुणे में चार विस्फोट, गृहमंत्री का होना था दौरा
http://www.livehindustan.com/news/desh/national/article1-story-39-39-247461.html
Saturday, August 4, 2012
कश्मीरी पंडितों को वादी छोड़ने का फरमान
Sunday, July 29, 2012
अमरनाथ यात्रियों के वाहन में धमाका, तीन की मौत
http://www.jagran.com/news/national-two-killed-in-srinagar-terrorist-attack-9514640.html
Thursday, July 12, 2012
अपडेट--अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हमले की साजिश नाका
Tuesday, July 3, 2012
कश्मीरी पंडितों के लिए बन रहे आवास का विरोध
http://www.jagran.com/news/national-gilani-opposes-to-make-transit-homes-for-kashmiri-pandit-9430530.html
Sunday, May 27, 2012
एटीएस ने किया अंडरवर्ल्ड-आईएम में गठजोड़ का खुलासा
http://www.jagran.com/news/national-im-leaders-from-pakistan-plotted-137-strike-ats-9303518.html
Friday, May 25, 2012
ओसामा आतंकवादी नहीं, मुजाहिद
http://www.jagran.com/news/national-9296125.html
Wednesday, May 23, 2012
इलाहाबाद में ब्लास्ट, 6 की मौत
http://navbharattimes.indiatimes.com/blast-in-allahabad-at-least-six-dead-/articleshow/13409301.cms
Tuesday, May 8, 2012
'आतंकी' की गिरफ्तारी पर भड़के नीतीश
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/13048319.cms
Tuesday, April 24, 2012
टिफिन बम मामले में दो को सजा
http://www.jagran.com/news/national-two-convicted-in-1993-jaipur-bomb-blasts-case-9177908.html
Saturday, April 7, 2012
बिहार से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
http://www.jagran.com/news/national-165-ton-of-explosive-seized-9109085.html
Monday, March 19, 2012
Saturday, March 17, 2012
Wednesday, March 14, 2012
Thursday, July 23, 2009
छोड़ आए जलालत का देश
परिवार के चार सदस्य सुरेश कुमार (50), कंचन (45), प्रिया (21) व प्रत्यक्ष (13) वर्ष शामिल हैं। परिवार के मुखिया सुरेश कुमार व उनकी पत्नी कंचन ने बताया कि उनका वहां पर अच्छा-खासा कारोबार है, लेकिन तालिबानी आतंकियों के कारण सब तबाह हो गया है। कंचन के अनुसार वह परिवार सहित पुणो में रहने वाले अपने भाई के पास शरण लेने आए हैं। उनका भाई दो साल पहले उन्हीं की तरह से हिंदोस्तान आ गया था।
सुरेश कुमार के अनुसार पाक सरकार कुछ भी कहे, लेकिन सिंध जैसे इलाके में हिंदू-सिखों की हिफाजत करने को कोई तैयार नहीं है। उनकी संपत्ति तो लूटी ही जाती है, बल्कि दिन-दहाड़े उनकी बहू-बेटियों को भ उठा लिया जाता है। कंचन का कहना है कि वह लोग अपनी संपत्ति तो गवां ही चुके हैं, लेकिन बेटी की इज्जत नहीं गंवाना चाहते। इसलिए वे भारत की शरण में आए हैं।
सुरेश व कंचन ने बताया कि उनके लिए बच्चे ही दौलत हैं। वह उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं खोना चाहते। इज्जत रहेगी तो धन-दौलत फिर से आ जाएगी। इन लोगों का कहना है कि भारत की शरण में आए हैं, वह चाहे तो रखे या फिर मार दे, लेकिन वह पाक जैसे जलालत भरे देश नहीं लौटेंगे। हिंदोस्तान की मिट्टी में मिल जाने में ही भलाई समझेंगे।
छात्राओं को उठा ले गए तालिबानी
प्रिया ने बताया कि उसने इस साल 12वीं क्लास में दाखला लेना था। इसी बीच जो हादसा हुआ उसने उन सबकी चैन छीन लिया। प्रिया के अनुसार उसी की क्लास की तीन सहेलियां पूनम, सपना और कोमल थीं। रोज की तरह वह लोग साथ-साथ स्कूल जाया करती थीं। एक दिन वह साथ नहीं गई और उसी दिन तालिबानी आतंकियों ने उनको रास्ते से जबरन उठा लिया। पहले तो उनके साथ दुष्कर्म किया फिर उनसे जबरन निकाह करके उनको अपनी बीवी बना लिया। परिवार वालों ने बेटियों को बचाने के लिए काफी भागदौड़ की, लेकिन उनको भी जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया गया।
Friday, June 5, 2009
अब सिखों को घाटी से निकालने की साजिश!
५ जून २००९, श्रीनगर, जागरण ब्यूरो : अल्पसंख्यकों के प्रति सौहार्द की कश्मीर के कट्टरपंथियों के दावों की पोल बुधवार रात खुल गई। आजादी और निजाम-ए -मुस्तफा के नारे लगाती भीड़ ने श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र रंगरेथ में सिख समुदाय के मकानों पर हमला कर उनकी संपत्ति को चुन-चुन कर नुकसान पहुंचाया। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि उन्हें घाटी छोड़ने के लिए कहा जा रहा है।
सड़क के किनारे स्थित सिख समुदाय का कोई भी मकान ऐसा नहीं था, जिसमें तोड़फोड़ न हुई हो। रसोई घरों में बिखरा सामान, टूटे दरवाजे व खिड़कियां और क्षतिग्रस्त वाहन हमले की कहानी बयां कर रहे हैं। हमले का कारण सूमो टैक्सी स्टैड विवाद बताया जा रहा है। हमले में बाल-बाल बचे भूपेंद्र सिंह ने बताया कि सूमो टैक्सी स्टैड के दस्तावेज उनके संगठन के नाम पर है। इसलिए वह बाहर के किसी चालक को यहां से सवारियां नहीं उठाने देते। दूसरे स्टैड पर उन्हें भी सवारियां नहीं भरने दी जाती हैं। इस स्टैड को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कई बार ऐतराज जताया और इस पर कब्जे का प्रयास किया। जब कुछ नहीं बन पाया तो फिर यह हरकत कर डाली। उन्होंने बताया कि उन्हें यहां से भागने के लिए भी कहा गया।
दूसरी ओर, जमायत-ए-अहल-ए-हदीस के प्रमुख मौलाना शौकत व जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के उपाध्यक्ष बशीर भट्ट ने रंगरेथ जाकर पीड़ित सिख समुदाय से मुलाकात की। उन्होंने दोनों समुदाय की एक साझी समिति भी बनवाई। बाद में दोनों समुदायों के लोगों ने मिलकर शांतिमार्च निकाला। शांति मार्च में डीसी बड़गाम, एसएसपी अफादुल मुजतबा भी शामिल हुए। रंगरेथ के पुलिस थाना प्रभारी फिरोज अहमद के मुताबिक, दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
कौन लगाएगा जख्मों पर मरहम
श्रीनगर : वादी में सुख-दुख के हर मौके पर स्थानीय लोगों के साथ रहने वाले सिख रंगरेथ में हुए घटनाक्रम के बाद बेहद आहत महसूस कर रहे हैं। खौफ से आहत हरजीत सिंह ने कहा कि हमें नहीं मालूम कि उन्होंने हमला क्यों किया। हम सभी ने खुद को एक कमरे में बंद करके अपनी जान बचाई है। पुलिस को फोन किया, लेकिन वह एक घंटे के बाद पहुंची। सरदार सेवा सिंह ने कहा कि उन्होंने सुना था कि दिन में कहीं क्रिकेट खेलते हुए लड़कों की आपस में बंद को लेकर बहस हुई थी। उस समय उनमें मारपीट भी हुई थी, लेकिन मामला सुलझा लिया गया था। रात होते ही मुस्लिम समुदाय के लोगों का सैलाब नारेबाजी करते हुए यहां आ गया। हुकुम सिंह ने बताया कि सुरेंद्र सिंह को भागने का मौका नहीं मिला और वह दंगा कर रहे लोगों के हत्थे चढ़ गया। इस समय वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
वहीं, सड़क किनारे अपने नीड़ के तिनके बुन रही जसबीर कौर ने गुस्से में अपने घर के सामने स्थित दुकान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वह रोज हमारे यहां पानी लेने आता था, लेकिन कल जब हमला हुआ तो वह भी उनके साथ था। उसके पास ही खडे़ 22 वर्षीय तेजपाल सिंह ने कहा कि ऐसे हालात में कौन यहां रहेगा। कल रात जो हुआ, उसके बाद नहीं लगता कि हमें यहां रहना चाहिए। इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आज यहां एमएलए, डीसी और एसएसपी सभी आए है। हमें मुआवजे का यकीन दिला रहे है, लेकिन जो जख्म लगा है उस पर मरहम कौन लगाएगा।