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Sunday, October 5, 2014

बवाल-ए-जान बना मूर्ति विसर्जन

http://navbharattimes.indiatimes.com/metro/lucknow/other-news/create-a-life-idol-immersion-organically/articleshow/44338380.cms
शारदीय नवरात्र की समाप्ति के बाद दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी, पथराव और फायरिंग की घटनाओं ने धार्मिक माहौल को सांप्रदायिक बना दिया। कई जगहों पर दो पक्ष आमने-सामने आ गए, तो कई जगहों पर विसर्जन के लिए जा रही भीड़ ने पुलिस पर ही हमला कर दिया। बचाव में पुलिसिया कार्रवाई में लाठीचार्ज और फायरिंग तक करनी पड़ी। पुलिस के इस रवैये के खिलाफ लोगों ने कई जगहों पर आगजनी कर दी।
आजमगढ़ में पुलिस की जीपें फूंकी : आजमगढ़ के बरदह इलाके में पुलिस ने हर साल की तरह नहर के रास्ते से विसर्जन जुलूस का मार्ग तय किया था जबकि आयोजक दूसरे रास्ते से जाना चाहते थे। नया रास्ता मुस्लिम आबादी की ओर से होने के कारण प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा था। विवाद ने शनिवार शाम करीब 4 बजे तूल पकड़ लिया। नए रास्ते से प्रतिमा ले जाने पर अड़े लोगों के ट्रैक्टर ट्रॉली पर लदी प्रतिमा को लेकर जबरन आगे बढ़ते ही पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। इससे आक्रोशित लोगों ने बरदह थाने और एक पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया। हालात बिगड़ते देख फोर्स ने पहले लाठीचार्ज और फिर कई चक्र हवा में फायरिंग की। पुलिस कार्रवाई से लोग प्रतिमा वहीं छोड़कर भाग निकले। एसएसपी दिनेश चंद्र दूबे का कहना था कि पूजा आयोजकों को कुछ लोगों ने भड़काकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। उन्होंने स्थिति नियंत्रित होने का दावा किया।
भदोही में गाड़ियों में लगा दी आग
भदोही में पिछले दिनों शांति समिति की बैठक में तय किया हुआ था कि हाई कोर्ट के आदेशानुसार इस बार दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन गंगा के बजाय उगापुर(औराई) के पास की नहर में किया जाएगा। शुरुआती दौर में विसर्जन जुलूस निकले तो सब कुछ सामान्य था। अचानक एक जुलूस में शामिल लोग परंपरा के नाम पर प्रतिमा को मीरजापुर के चील्ह घाट ले जाने लगे। फोर्स के रोकने और बलप्रयोग से आक्रोशित लोगों ने पुलिस वैन, रोडवेज बस समेत चार वाहनों को आग के हवाले कर दिया। दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की गई। हालात लगातार बिगड़ते देख पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग की तब स्थिति नियंत्रण में आ सकी। डीएम नरेंद्र शंकर पाण्डेय का कहना है कि जौनपुर जिले से विसर्जन के लिए आई प्रतिमा के जुलूस में शामिल कुछ अराजकतत्वों ने उपद्रव और आगजनी की है। उपद्रव करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
गाजीपुर में भी हालात बिगड़े
गाजीपुर में भी प्रतिमा विसर्जन का स्थान बदले जाने के विरोध को लेकर हालात बिगड़े। रात साढ़े आठ बजे से शुरु बवालदेर रात तक चलता रहा। गंगा में प्रतिमा विसर्जन करने पर अड़े लोगों पर फोर्स ने बलप्रयोग किया तो पथराव हो गया। घंटोंगुरिल्ला युद्ध के बीच पुलिस ने कई चक्र अश्रुगैस के गोले दागे और हवाई फायरिंग की। पथराव - लाठीचार्ज में कई लोगों कोचोट आई। पुलिस वाले भी घायल हुए हैं। डीएम चंद्र पाल सिंह व अन्य अधिकारियों के समझाने पर शनिवार को प्रतिमाओंका विसर्जन हुआ। स्टीमर घाट के पास खोदे गए गड्ढे में ही प्रतिमाएं विसर्जित की गईं। तनाव के चलते बाजाद बंद रहा। उधरकासिमाबाद में बकरीद के दिन कुर्बानी के लिए प्रशासन द्वारा नया स्थान निर्धारित किए जाने की खबर से पूजा आयोजकोंने प्रतिमा विसर्जन करने से इंकार कर दिया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी आयोजकों को मनाने में लगे हुए थे।
संत रविदासनगर में रोडवेज बस फूंकी : संत रविदास नगर में गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन से रोकने पर उग्र लोगों ने पुलिस परपथराव कर रोडवेज बस और पुलिस की गाड़ी फूंक दी। मामला औराई थानाक्षेत्र के उगापुर नहर के पास का है। शुक्रवार कीशाम जौनपुर से बीस प्रतिमाओं के साथ आए लोगों ने मूर्तियों का विसर्जन गंगा नदी में करने के लिए चील्ह घाट की ओरजाने का प्रयास किया , लेकिन अदालत के आदेश के मद्देनजर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को नहरके पास रोक लिया। प्रशासनिक अफसरों का कहना था कि गंगा में मूर्ति विसर्जन पर अदालत ने रोक लगा रखी है इस लिएप्रतिमाओं का विसर्जन नहर में किया जाए। रोके जाने से प्रतिमाओं के साथ आई भीड़ आक्रोशित हो उठी पथराव शुरू करदिया। इतना ही नहीं भीड़ ने पुलिस की एक जीप सहित वहां से गुजर रही रोडवेज बस के यात्रियों को उतार पर उसे आग केहवाले कर दिया। जानकारी पाते ही जिलाधिकारी एसपी के साथ मौके पर पहुंचे और हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़दिया। बाद में अधिकारियों ने मूर्तियों के साथ आए लोगों को समझा बुझा कर नहर में प्रतिमाओं का विसर्जन करवाया।पुलिस ने इस संबंध में पथराव और आगजनी के आरोप में 26 लोगों को गिरफ्तार किया है।
मीरजापुर में पुलिस पर पथराव : गंगा नदी में विसर्जन करने से रोकने पर मिर्जापुर में भी आक्रोशित भीड़ ने जमकर पथरावकिया , जिसमें कई पुलिस कर्मी जख्मी हो गए। डीजीपी प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार की शाम मीरजापुर के चील्ह थानाक्षेत्रमें भदोही जिले से करीब 43 दुर्गा प्रतिमाएं गंगा में विसर्जन के लिए लाई गई थीं। अधिकारियों द्वारा अदालत के आदेश काहवाला देकर उन्हें वापस कर दिया गया। वापसी के दौरान आक्रोशित भीड़ ने पथराव कर दिया , जिसमें पीएसी जवानसहित तीन पुलिस कर्मी जख्मी हो गए। अधिकारियों ने समझा - बुझा कर श्रद्धालुओं को शांत करवाया और जगदीशपुर मेंनिर्धारित स्थान पर मूर्तियों का विसर्जन करवा दिया।
मारपीट में 10 घायल : बदसठी थाना क्षेत्र के घनापुर गांव में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए ले जाते समय दो पक्षों मेंमारपीट हुई जिसमें 10 लोग घायल हो गये। आरोप है कि पुलिस ने एक ही पक्ष का मुकदमा दर्ज किया। मूर्ति ले जाने वालेपक्ष से अजीत कुमार , फौजदार , सालिक राम जमुना , राज किशोर , संजय तथा दूसरे पक्ष के महेन्द्र यादव , राम दास ,कृष्ण कुमार घायल हो गये। मूर्ति ले जाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि दबंग व्यक्ति पर एनसीआर भीकायम नहीं किया गया।
बाराबंकी में एसओ सस्पेंड : दुर्गा पूजा विर्सजन जुलूस में शामिल लोगों में से किसी ने एसओ जहांगीराबाद शुजाउद्दीन परगुलाल फेंक दिया , जिससे नाराज पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर दिया। विवाद के बाद प्रशासन ने एसओ को निलंबित करदिया। शुक्रवार को जहांगीराबाद थाना के चचेरूवा की दुर्गा पूजा विर्सजन के लिए जा रही थी। आयोजन समिति अध्यक्षरामरूप यादव ने बताया कि जुमा की नमाज होने के कारण रास्ते के नैनामऊ की मस्जिद तक डीजे बजाने से पुलिस ने रोकाथा। इस पर जुलूस आगे निकल गया तो डीजे फिर बजने लगा। इसके बाद एसओ ने लाठीचार्ज कर जैसीराम रावत , कोटीव पूर्व प्रधान उमाकांत यादव की पिटाई कर दी। इससे भीड़ उग्र हो गई और एसओ शुजाउद्दीन की पिटाई कर दी। इस परएसओ ने नैनामऊ के पूर्व प्रधान छंगा के घर में घुसकर जान बचाई। निलंबित एसओ ने बताया कि जुमा की नमाज के दौरानडीजे रोकने से नाराज होकर उन पर जानलेवा हमला किया गया। सूचना के बाद एएसपी डॉ ओपी सिंह व एडीएम पीपीपाल मौके पर पहुंचे और एसओ को निलंबित कर दिया। नैनामऊ में एहितियात के तौर पर पीएसी की तैनाती कर दी गई है।

Friday, September 26, 2014

बंगलादेश में पांच दुर्गा पूजा पंडालों में बदमाशों ने तोड़फोड़ की

ttp://www.samaylive.com/international-news-in-hindi/285289/vandalism-in-durga-puja-pandals-in-bangladesh.html
बंगलादेश के किशोरगंज जिले में बृहस्पतिवार को कुछ बदमाशों ने पांच दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ की और देवी की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त कर दिया.

Wednesday, September 24, 2014

राक्षसों के मनोरंजन का साधन है गरबा : सूफी इमाम

http://www.punjabkesari.in/news/article-287724
अहमदाबाद: गुजरात के एक सूफी इमाम ने नवरात्रि के दौरान होने वाले गरबा कार्यक्रम को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। सूफी इमाम मेहदी हुसैन का कहना है कि गरबा को राक्षसों ने अपने कब्जे में ले लिया है और यह उनके मनोरंजन का साधन है। उन्होंने कहा कि गरबा में साधु और संत नजर नहीं आते, बल्कि इसमें तो लोग भड़काऊ कपड़ों में नाचते नजर आते हैं। इमाम ने कहा कि गरबा आयोजनों में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने जैसी बातें करना क्या ठीक है?

गायों के शव मिलने के बाद लोगों ने किया हंगामा

http://navbharattimes.indiatimes.com/state/uttar-pradesh/kanpur/Uproar-after-finding-the-bodies-of-cows-to-people/articleshow/43248372.cms
कानपुर, पुलिस ने बताया कि कानपुर के चौबेपुर में मंगलवार को तनाव फैल गया, जहां कथित तौर पर गायों के कटे हुए शव मिले थे। इसके बाद कुछ संगठनों और ग्रामीणों ने हंगामा किया। गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

Tuesday, September 23, 2014

विरप्‍पा मोइली के विवादित बोल: मुसलमानों की पैदाइश है हिंदू शब्‍द

http://hindi.oneindia.in/news/india/hindu-word-invented-by-muslims-veerappa-moily-321487.html
बैंगलोर। मौजूदा राजनीति में हिंदू-मुस्लिम नाम का तड़का जबरदस्‍त लगा हुआ है। पहले 'लव जेहाद' को लेकर उत्‍तर प्रदेश में उप-चुनावों के लिए पिच तैयार की गई तो फिर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने मुस्लिमों की तारीफ कर खुद पर लगे हिंदूवादी के टैग को थोड़ा हल्‍का कर लिया। अब कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री और केंद्रीय मंत्री विरप्‍पा मोइली ने इस मामले में एक विवादित बयान देकर हड़कंप मचा दिया है। कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में एक समारोह के दौरान मोइली ने कहा कि हिंदू शब्‍द का इजाद मध्‍ययुगीन काल में मुसलमानों द्वारा किया गया था।

बीएसपी नेता मौर्य के 'हिंदू विरोधी' बयान से मायावती ने पल्ला झाड़ा

http://khabar.ndtv.com/news/india/mayawati-distances-herself-from-swami-prasad-mauryas-comment-669365
लखनऊ: हिंदू देवी-देवताओं को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से दिए गए विवादास्पद बयान का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बसपा प्रमुख मायावती ने एक तरफ जहां मौर्य के बयान से पल्ला झाड़ लिया है, वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मौर्य के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

Sunday, September 21, 2014

गौ हत्या के विरूद्ध हिंदू संगठनों का, 24 सितम्बर को रेल रोको आन्दोलन

http://www.punjabkesari.in/news/article-286882
जालंधर: पंजाब के मलेरकोटला में गौ हत्या की वारदातों के विरोध में राज्य के सभी 14 हिंदू संगठनों ने 24 सितम्बर को समूचे पंजाब में दो घंटे तक रेलों का आवागमन रोकने का ऐलान किया है। पंजाब गोसेवा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष कीमती भगत ने राज्य सरकार और पुलिस पर आरोप लगाया कि वह मलेरकोटला में गौ हत्या के दोषियों के विरूद्ध एक समुदाय विशेष के दबाव के चलते कार्रवाई नहीं कर रही है।

Thursday, September 18, 2014

मिथक=मिथ्या: हिंदू मिथकों को समझने की एक कोशिश

http://aajtak.intoday.in/story/excerpts-from-mithak-mithya-by-devdutt-patnaik-penguin-publication-1-780473.html
नई ज़मीन तलाशती, भारत के सबसे लोकप्रिय मिथकों के जानकार डॉ. देवदत्त पटनायक की किताब 'मिथक=मिथ्या' जीवन और मृत्यु, प्रकृति और संस्कृति, उत्कृष्टता और संभावना के बीच विरोधाभासों के जवाब खोजती है. वे अपनी अनोखी लेखन शैली, दृष्टांतों और चित्रों के जरिए हिंदू कहानियों को प्रस्तुत करते हैं और हिंदू प्रतीकों और रीति-रिवाजों की गुत्थियां सुलझाते हैं. इसके जरिए हम जान सकते हैं कि क्यों कौरव स्वर्ग में पहुंचे और (युधिष्ठिर को छोड़ कर) सभी पांडव नर्क में; सीता का त्याग करने वाले राम क्यों आदर्श राजा समझे गए; रक्त पीने वाली काली दूध देने वाली गौरी का दूसरा रूप कैसे बनीं; और शिव ने ब्रह्म का पांचवां सिर क्यों धड़ से अलग किया.

Monday, September 15, 2014

आतंक के काम में लग रहा गाय मांस रैकेट का पैसा: मेनका

http://navbharattimes.indiatimes.com/state/rajasthan/jaipur/funds-from-cow-slaughter-racket-being-pumped-into-terror-maneka-gandhi/articleshow/42487987.cms
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि देश में दुधारु पशुओं के मांस के अवैध कारोबार से आया पैसा आतंकवाद के काम में लग रहा है। साथ ही यह किसी धर्म विशेष से जुड़ा नहीं है, बल्कि भारत में अब यह व्यापार बन गया है। उन्होंने कहा कि दुधारु पशुओं के मांस के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए।

मंदिर में लगी मूर्ति खंडित होने से फैला तनाव

http://www.jagran.com/uttar-pradesh/bijnor-11630845.html
चंदक (बिजनौर): मंडावर थाने के ग्राम मानवाला में स्थित मंदिर में मां काली की मूर्ति खडित होने से क्षेत्र में तनाव फैल गया। ग्रामीणों का आरोप है कि दूसरे संप्रदाय की एक युवती ने मंदिर में जो प्रयास वितरित कराया उसे खाने से लोगों की तबीयत बिगड़ गई। उसी युवती पर मूर्ति खंडित करने का भी आरोप लगाया जा रहा है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

Sunday, September 14, 2014

संगरूर, मोगा व अहमदगढ़ में पूर्ण बंद

 http://www.jagran.com/punjab/sangrur-11629191.html
मालेरकोटला में गोवंश के अवशेष मिलने से गुस्साए हिंदू संगठनों के आह्वान पर शनिवार को मारपीट की छिटपुट घटनाओं के बीच संगरूर, मोगा, निहाल सिंह वाला और अहमदगढ़ में मुकम्मल बंद रहा।

धार्मिक स्थल पर तोडफ़ोड़, बूंदी के नैनवां में कर्फ्यू

http://www.amarujala.com/news/samachar/national/curfew-in-boondi-hindi-news-sy/
धार्मिक स्थल पर मूर्ति से कथित छेड़छाड़ और तोडफ़ोड़ को लेकर बूंदी के नैनवां में दो पक्षों के बीच उपजे तनाव के कारण कफर्यू लगा दिया गया।

Friday, September 12, 2014

टीला जमालपुरा में गाय को चाकू मारने पर तनाव

भोपाल। टीला जमालपुरा में किसी शरारती तत्व ने एक गाय को चाकू मारकर जख्मी कर दिया जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई। पुलिस ने एहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। - See more at: http://naidunia.jagran.com/madhya-pradesh/bhopal-jmalpura-stress-on-the-cow-stabbing-180607#sthash.L1RqzkFe.dpuf

Thursday, April 17, 2014

हनुमान मूर्ति तोड़ने पर दो समुदाय के बीच हुआ बवाल

http://www.jagran.com/uttar-pradesh/bulandshahr-11239919.html
औरंगाबाद , बुलंदशहर : गांव चरौरा मुस्तफाबाद में बारातियों द्वारा हनुमान जी की मूर्ति तोड़े जाने पर दो समुदाय के बीच बवाल हो गया। थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाठी फटकार कर भीड़ को खदेड़ा। पुलिस ने आरोपी पक्ष के दो लोगों को हिरासत में लिया है। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।

Tuesday, April 15, 2014

बिहार जा रहे गोवंश को ट्रक समेत पकड़ा

http://www.jagran.com/uttar-pradesh/gonda-cattle-smuggler-held-11235068.html
नवाबगंज, (गोंडा) : बीती रात हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों व पुलिस के प्रयास से गोवंश तस्करी कर विहार प्रदेश ले जा रहे ट्रकों को पकड़ लिया गया। ट्रक पर सवार तस्कर भागने में सफल रहे। जबकि एक आरोपी को पकड़ लिया गया। दोनों ट्रकों से 66 गोवंश बरामद हुए। पुलिस ने गोवंशों को ग्रामीणों के सुपुर्द कर दिया है।

Thursday, April 10, 2014

बजरंगबली की प्रतिमा कुएं में फेंकी, बवाल

http://www.jagran.com/jharkhand/hazaribagh-11220657.html
इचाक : अवैध रूप से पत्थर खनन करनेवाले माफिया की मनमानी का मामला प्रकाश में आया। बेतहाशा लाभ की चाहत में माफिया ने आदमी तो आदमी भगवान को भी नहीं बख्शा। ताजा मामला प्रखंड के डुमरौन गांव के मूर्तियां टोला का है जहां पत्थर माफिया के एक दल ने गांव में स्थापित बजरंग बली की प्रतिमा को उखाड़ कर कुएं में फेंक दी। वहीं रामनवमी के दिन भगवान का अनादर देख कर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सैकड़ों ग्रामीणों ने जमकर बवाल काटा है।

Saturday, April 5, 2014

कोबरापोस्ट का स्टिंग 'ऑपरेशन जन्मभूमि' सवालों के घेरे में

http://www.jagran.com/news/national-cobraposts-operation-janmbhoomi-advani-narasimha-rao-knew-of-plot-11208332.html
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से चंद दिन पहले अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने के 22 साल पुराने मामले को लेकर सामने आए स्टिंग ऑपरेशन पर सवाल खड़े गए हैं। गड़े मुर्दे उखाड़ने की तर्ज पर कोबरा पोस्ट नामक समाचार वेबसाइट के स्टिंग ऑपरेशन पर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करते हुए पार्टी ने जांच की मांग की है। वहीं, संप्रग के सहयोगी दल नेशनल कांफ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस समय स्टिंग के सामने आने पर हैरानी जताई है। जबकि कांग्रेस का कहना है कि स्टिंग ने भाजपा और आरएसएस के सही चेहरे को उजागर कर दिया है।

Thursday, April 3, 2014

हिन्दुओं को अपमान सहने की आदत क्यों

http://www.punjabkesari.in/news/article-232630
(तरुण विजय) मुगल, ब्रिटिश और उसके बाद नेहरूवादी सैकुलर तंत्र ने इस देश में आग्रही हिन्दू बनना अपराध घोषित कर दिया था। देशभक्ति और मातृभूमि के प्रति समर्पण की चरम सीमा तक जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों को आज भी सरकारी नौकरी के योग्य नहीं माना जाता और इस बारे में केन्द्र तथा विभिन्न राज्य सरकारों ने अधिघोषणा जारी की हुई है, जो रद्द नहीं की गई। 15 अगस्त तथा 26 जनवरी के दिन लालकिले और जनपथ पर जो भव्य परेड तथा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के कार्यक्रम होते हैं, उनमें अनेक भयानक आरोपों से घिरे मंत्री और राजनेता बुलाए जाते हैं। जिस मुस्लिम लीग ने भारत का विभाजन करवाया, उसके सदस्य और पदाधिकारी भी आमंत्रित किए जाते हैं और उनमें से एक तो केन्द्रीय मंत्रिमंडल के भी सदस्य बनाए गए।

लेकिन कभी विश्व के सबसे बड़े हिन्दू संगठन, जो भारत का महान देशभक्त संगठन है, उसे अधिकृत तौर पर न तो राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के यहां चाय पर या राष्ट्रीय दिवसों के कार्यक्रमों में भारत शासन की ओर से अथवा राज्य सरकार की भी ओर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी के नाते आमंत्रित किया जाता है। अब कुछ भाजपा की राज्य सरकारों ने यदि उन्हें बुलाया हो तो यह अलग बात है। हिन्दुत्व की विचारधारा से आप लाख असहमत हो सकते हैं लेकिन उस विचारधारा को मानने वालों को त्याज्य, अस्पृश्य, अनामंत्रित और सूचीविहीन वर्ग में रखना अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक छुआछूत का उदाहरण है। भारत के 82,000 से ज्यादा समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में सामान्यत: कांग्रेस, वामपंथी या सीधे-सीधे कहें तो उन लेखकों, पत्रकारों और सम्पादकों का प्रभुत्व है, जिनका एक ही मकसद है-हिन्दुत्व की विचारधारा का विरोध। महानगरों से छपने वाले तथाकथित राष्ट्रीय अंग्रेजी समाचार पत्रों तथा पत्रिकाओं में हर दिन जिन लोगों के स्तंभ और लेख छपते हैं, उनमें हिन्दुत्व अथवा भारत के आग्रही हिन्दू समाज की उस विचारधारा का संभवत: एक प्रतिशत भी प्रतिनिधित्व नहीं होता जो राष्ट्रीयता के उस प्रवाह को मानते हैं जिसे श्री अरविन्द और लाल-बाल-पाल की त्रयी ने परिभाषित किया था। 

देश में ऐसे सैंकड़ों आई.ए.एस., आई.एफ.एस. और आई.पी.एस. अधिकारी होंगे जो बालपन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा को मानते हैं और उसे देश के लिए हितकारी समझते हैं लेकिन उनमें से एक भी सरकारी नौकरी में यह कहते हुए डरता है क्योंकि ऐसा घोषित करने पर उसके विरुद्ध तत्काल सरकारी कार्रवाई हो जाएगी। सरकार में कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थक होने पर कोई दिक्कत नहीं है- जिस कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों को पं. नेहरू की सरकार ने 1962 के युद्ध में चीन का साथ देने के अपराध में गिरफ्तार किया था जबकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्यों को 1962 में देश की सेवा और सैनिकों का साथ देने के कारण 1963 की गणतंत्र दिवस परेड में पूर्ण गणवेश में नेहरू सरकार ने शामिल किया था।

हिन्दुत्व समर्थक का परिचय मिलते ही कार्पोरेट जगत और सामाजिक क्षेत्र में एक भिन्न दृष्टि से देखे जाने का चलन कांग्रेस और वामपंथियों ने शुरू किया जिनके राज में हजारों सिख मारे गए, सबसे ज्यादा हिन्दू-मुस्लिम दंगे हुए, सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार की घटनाएं हुईं, संविधान का उल्लंघन हुआ, आपातकाल लगा, व्यक्तिगत स्वतंत्रताएं समाप्त हुईं, देश पिछड़ गया, महिलाएं असुरक्षित हुईं और विदेशों में भारत की छवि खराब हुई, वे केवल मीडिया पर अपने प्रभुत्व एवं सरकारी तंत्र के दुरुपयोग से स्वयं को सैकुलर, शांतिप्रिय, संविधान के रक्षक और मुस्लिम हित ङ्क्षचतक के रूप में दिखाते रहे।

सलमान रुशदी की पुस्तक ‘सेटेनिक वर्सेज’ पर जो प्रतिबंध की वकालत करते रहे, वही हिन्दू धर्म पर लिखी वैंडी डॉनिगर की अपमानजनक पुस्तक को बेचने की वकालत करते रहे। हिन्दुओं पर आघात आघात नहीं लेकिन अहिन्दुओं पर ताना भी कसा गया और जिसकी सबने ङ्क्षनदा भी की हो तो भी वह प्राण लेने वाला गुनाह मान लिया जाता है। कश्मीर से पांच लाख हिन्दू आज भी बाहर हैं। भारत के किसी गांव से 5 गैर-हिन्दू भी यदि किसी भेदभाव के शिकार होकर निकाल दिए जाएं तो दुनिया भर में तब तक तूफान मचा रहेगा जब तक वे 500 सिपाहियों के संरक्षण में वापस नहीं लौटा दिए जाते। भारत की दर्जनों राजनीतिक पार्टियों के चुनाव घोषणा पत्र में वह एक पंक्ति को ही दिखा दें  जिसमें कहा गया हो कि अगर उस पार्टी की सरकार आएगी तो वह ससम्मान और ससुरक्षा कश्मीरी हिन्दुओं की घर वापसी घोषित करेगी। सिवाय भाजपा के और कौन कहता है? इसका कारण क्या है?

जो लोग फिलस्तीन के मुस्लिम दर्द पर बोलते हैं, इसराईल के विरुद्ध दिल्ली में प्रदर्शन करते हैं और बम फोड़ते हैं, जिन्हें इस्लामी मालदीव और चीन के सिंकियांग में मुस्लिम मोह पर चीनी कार्रवाई से दर्द होता है, वे अपने ही रक्तबंधु हिन्दुओं के पाकिस्तान और बंगलादेश में अमानुषिक उत्पीडऩ पर खामोश क्यों रहते हैं?

गत एक सप्ताह में पाकिस्तान में 2 हिन्दू मंदिर अपवित्र किए गए, मूर्ति जला दी गई और हिन्दुओं का अपमान किया गया। इसके विरोध में आपने कहीं कोई आवाज सुनी? अब इस समाचार में मंदिर की जगह मस्जिद लिखिए और फिर सोचिए कि अगर हमारे या हमारे मुल्क के आसपास कहीं गैर-मुस्लिमों ने मस्जिदों के साथ यही काम किया होता तो क्या नतीजा निकलता?

हिन्दुओं को अपना अपमान सहन करने, अपना दुख पीने और अपने ऊपर होने वाले आघात स्वाभाविक मानने की आदत क्यों हो गई है? क्यों आग्रही हिन्दू उस शासन में जो उनके राजस्व और वोट से चलता है, केवल इसलिए तिरस्कृत और सूचीविहीन किया जाना स्वीकार कर लेते हैं कि वे हिन्दुत्व समर्थक हैं? अस्पृश्यता और तिरस्कार का जितना भयानक दंश हिन्दुत्व समर्थकों ने झेला है, वैसा नाजियों के हाथों यहूदियों ने भी नहीं झेला होगा।  

Tuesday, April 1, 2014

पाकिस्तान में हिंदू आश्रम पर हमला

http://hindi.ruvr.ru/2014_04_01/270509228/

पाकिस्तान के सिंध प्रांत में करीब चार लोगों ने एक हिंदू आश्रम पर हमला कर दिया। सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इन लोगों ने आश्रम से त्रिशूल भी चोरी कर लिया। 


इस घटना के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया और कुछ स्थानों पर कारोबारियों की आंशिक बंदी भी देखी गई। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में करीब चार लोगों ने एक हिंदू आश्रम पर हमला कर दिया। सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इन लोगों ने आश्रम से त्रिशूल भी चोरी कर लिया। इस घटना के विरोध में लोगों ने प्रदर्शन किया और कुछ स्थानों पर कारोबारियों की आंशिक बंदी भी देखी गई।
और पढ़ें: http://hindi.ruvr.ru/2014_04_01/270509228/

Saturday, March 29, 2014

पाकिस्तान में हिंदू मंदिर पर हमला

http://www.bbc.co.uk/hindi/international/2014/03/140328_attack_temple_pakistan_rns.shtml
शुक्रवार को पाकिस्तान के हैदराबाद के एक कारोबारी इलाक़े फ़तेह चौक के प्रसिद्ध हिंदू मंदिर में तीन नकाबपोशों ने हमला किया. इस इलाक़े के आसपास बड़ी तादाद में हिंदू रहते हैं.