Thursday, May 31, 2012

अल्पसंख्यक कोटे के लिए संविधान संशोधन की तैयारी

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा सरकारी नौकरियों और उच्च शिक्षण संस्थानों में 4.5 फीसद अल्पसंख्यक कोटे को खारिज करने के बावजूद केंद्र सरकार कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है। हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अगले सोमवार या मंगलवार तक सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारियों में जुटी सरकार ने संकेत दिए हैं कि वह अल्पसंख्यकों को आरक्षण दिलाने के लिए संविधान संशोधन के स्तर तक जा सकती है।
http://www.jagran.com/news/national-preparation-for-amendment-9318519.html

Tuesday, May 29, 2012

मुस्लिम आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट जाएगी सरकार

नई दिल्ली।। केंद्र सरकार कोटा के भीतर अल्पसंख्यकों को 4.5 प्रतिशत कोटा की व्यवस्था को रद्द करने के आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ स्पेशल लीव पिटिशन (एसएलपी) के तहत सुप्रीम कोर्ट जाएगी। कानून और अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अभी हाई कोर्ट के पूरे निर्णय को पढ़ा जा रहा है। इसके बाद सरकार अटर्नी जनरल से मशविरा कर सुप्रीम कोर्ट जाएगी।
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/13643154.cms

Monday, May 28, 2012

केंद्र को झटका, मुसलिमों के लिए कोटा खारिज

केंद्र सरकार को झटका देते हुए आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने ओबीसी कोटा के तहत अल्पसंख्यकों को 4.5 फीसदी आरक्षण देने का प्रस्ताव खारिज कर दिया है। अदालत ने कहा कि सरकार का यह फैसला केवल धर्म के आधार पर है, इसकी दूसरी कोई वजह नहीं है। हाईकोर्ट के इस फैसले से आईआईटी जैसे शिक्षण संस्थानों में इस कोटा के तहत हो चुके दाखिले भी प्रभावित हो सकते हैं।
http://www.amarujala.com/National/Blow-to-center-rejecting-quotas-for-Muslims-28088.html

आंध्र में मुस्लिम आरक्षण खारिज

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को तगड़ा झटका देते हुए मजहब के आधार पर आरक्षण देने से इन्कार कर दिया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान केंद्र ने ओबीसी के 27 फीसद कोटे से साढ़े चार फीसद आरक्षण देने की घोषणा की थी। यह आरक्षण सभी अल्पसंख्यक वर्गो के लिए था। हालांकि, माना जा रहा था कि इस घोषणा के पीछे मुस्लिम वोट बैंक को लुभाना था। ऐन वक्त पर की गई घोषणा पर आयोग ने विधानसभा चुनावों तक इसके अमल पर रोक लगा दी थी। सरकार ने नतीजे घोषित होने के साथ ही इसे लागू कर दिया। मुख्य न्यायाधीश मदन बी. लॉकर और न्यायमूर्ति पीवी संजय कुमार की खंडपीठ ने कहा कि सरकार इसे लागू करने के ठोस आधार नहीं दे पाई है।
http://www.jagran.com/news/national-high-court-rejected-muslim-quota-9307143.html

Sunday, May 27, 2012

एटीएस ने किया अंडरव‌र्ल्ड-आईएम में गठजोड़ का खुलासा

मुंबई। महाराष्ट्र एटीएस ने 13 जुलाई 2011 को मुंबई में हुए तिहरे बम धमाकों में अंडरव‌र्ल्ड और इंडियन मुजाहिदीन के बीच गठजोड़ का पर्दाफाश किया गया है। एटीएस के आरोपपत्र में दुबई के मुजफ्फर कोला को तिहरे धमाकों के आरोपी मुस्तफा दोसा का सहयोगी बताया गया है। कोला दुबई में मुजफ्फर कोला इंटरप्राइजेज नाम से कंपनी चलाता है।
http://www.jagran.com/news/national-im-leaders-from-pakistan-plotted-137-strike-ats-9303518.html

Saturday, May 26, 2012

पाक में हिंदू महिलाओं को मिलेगा परिचयपत्र

पाकिस्तान सरकार ने विवाहित हिंदू महिलाओं को जारी किए जाने वाले राष्ट्रीय पहचान पत्र के नियमों को आसान कर दिया है। पाकिस्तान में हिंदुओं के लिए अलग से आधिकारिक विवाह कानून नहीं होने के कारण अभी तक इस पहचान पत्र को प्राप्त करने में उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। 
http://www.amarujala.com/international/Pakistan/Hindu-women-in-Pakistan-will-Pricyptr-12029-3.html

पाकिस्तान में हिंदू बच्चों को शिक्षा का तोहफा

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को हमेशा से ही मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ा है एवं आज भी ये समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने दिक्कतों के बावजूद समाज में अपना स्थान बनाए रखा है। 33 वर्षीय संजेश कुमार कराची के निवासी हैं और पिछले तीन साल से गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रहे हैं। वह दिन में दो से तीन घंटों तक उन्हें पढ़ाते हैं।
http://www.jagran.com/news/world-gift-of-education-to-the-hindu-children-in-pakistan-9296208.html

Friday, May 25, 2012

ओसामा आतंकवादी नहीं, मुजाहिद

बरेली। साल भर पहले अमेरिकी कमांडो द्वारा मारे गए कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन को पूर्व मंत्री एवं उत्तर प्रदेश विधानसभा में इत्तोहाद-ए-मिल्लत काउंसिल आइएमसी के इकलौते सदस्य शहजिल इस्लाम ने भारी भीड़ के बीच आतंकवादी नहीं बल्कि एक मुजाहिद सेनानी करार दिया है।
http://www.jagran.com/news/national-9296125.html

'आतंकी तोहमत' से त्रस्त बिहार का मुसलमान गाँव


बिहार के रहने वाले फसीह को सऊदी अरब से पकड़ा गया है. बिहार के मधुबनी और दरभंगा ज़िले का मुस्लिम समाज ये मानता है कि इन दिनों वह ' आतंकी तोहमत ' से काफ़ी हैरान और परेशान है. इसी इलाक़े के चौदह लोगों को चरमपंथी गतिविधियों में शामिल या मददगार बताकर पिछले चार वर्षों में विभिन्न जगहों से गिरफ़्तार किया गया है.

http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2012/05/120525_bihar_terror_va.shtml

Wednesday, May 23, 2012

इलाहाबाद में ब्लास्ट, 6 की मौत

इलाहाबाद।। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुए बम ब्लास्ट में 6 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में करीब 20 लोगों के घायल होने की खबर है। इलाहाबाद के एसपी का कहना है कि यह ब्लास्ट देसी बम से हुआ है।
http://navbharattimes.indiatimes.com/blast-in-allahabad-at-least-six-dead-/articleshow/13409301.cms

घुसपैठियों की शरणस्थली


पिछले दिनों दिल्ली उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद म्यांमार के हजारों अवैध घुसपैठियों को दिल्ली से बाहर निकालना संभव हुआ, जिन्हें दिल्ली पुलिस ने वसंत कुंज के समीप सुल्तानगढ़ी में शरण लेने की अनुमति दी थी, किंतु सरकार ने उन्हें देश से निकालने की अब तक कोई घोषणा नहीं की है। सेक्युलर दलों के सहयोग से देश में अब भी करीब डेढ़ करोड़ बांग्लादेशी घुसपैठिए न केवल सुरक्षित जिंदगी गुजार रहे हैं, बल्कि राशन कार्ड, मतदाता कार्ड बनवाने में भी सफल हो रहे हैं। इसलिए रोहयांग म्यांमारी घुसपैठियों की भारत में स्थायी रूप से बसने की आशंका निराधार नहीं है। रोहयांग म्यांमारी बांग्लादेश के चटगांव में हजारों बौद्ध चकमाओं के नरसंहार के अपराधी हैं, जिन्हें बांग्लादेश और म्यांमार, दोनों ने इस जघन्य कांड के लिए खदेड़ भगाया है। रोहयांग म्यांमारी नागरिक पिछले दिनों हजारों की संख्या में दिल्ली स्थित संयुक्त राष्ट्र के दफ्तर के सामने एकत्रित हुए और उससे भारत में शरणार्थी का दर्जा दिलाने की मांग की। भारत को रक्तरंजित करने में लगे विभिन्न आतंकी संगठनों के खिलाफ एक सशक्त व मजबूत एनसीटीसी नामक एजेंसी का प्रस्ताव लाकर केंद्र सरकार राज्य सरकारों से रार ठाने बैठी है। मैंने पिछले दिनों राज्यसभा में यह मामला उठाया था और सरकार से जानना चाहा था कि आखिर बिना वीजा ये लोग दिल्ली कैसे धमक आए? उन्हें संरक्षण और समर्थन देने वाले कौन से व्यक्ति या संगठन हैं?
इन सवालों का सरकार के पास कोई जवाब नहीं था। हैदराबाद, पंजाब, जम्मू, जलालाबाद, मेरठ, दिल्ली और खुर्जा में हजारों रोहयांग म्यांमारी अवैध रूप से आ बसे और सरकार को कोई जानकारी ही नहीं है। हजारों की संख्या में म्यांमार से चलकर यदि ये दिल्ली पहुंचे हैं तो किसने इतने बड़े वर्ग का नेतृत्व किया, किसने इनका वित्तपोषण किया और इन सबका समन्वय आखिर किसने किया? गृहमंत्री ने खानापूर्ति के लिए जांच कराने की बात की, किंतु यह कैसी सरकार है, जो आतंकवाद से लड़ने के लिए अभूतपूर्व कारगर एजेंसी बनाने का दावा करती है और दूसरी ओर हजारों की संख्या में अवैध घुसपैठ की उसे जानकारी तक नहीं होती? क्या यह देश धर्मशाला है, जहां कभी बांग्लादेश से तो कभी म्यांमार से अवैध घुसपैठिए बेरोकटोक आ धमकते हैं और स्थानीय जनजीवन को अस्तव्यस्त करते हैं? क्या वोट बैंक की राजनीति के लिए इन अवैध घुसपैठियों को इसलिए शरणार्थी मान लेना चाहिए कि वे मजहब विशेष के हैं? रोहयांग म्यांमारी और बांग्लादेशी घुसपैठियों का भारत से दूर-दूर का संपर्क नहीं है, फिर भी उन्हें संरक्षण दिलाने के लिए सेक्युलर दलों का एक बड़ा तबका चिंताग्रस्त है, किंतु उन हजारों हिंदुओं के लिए कोई फिक्रमंद दिखाई नहीं देता जो मजहबी चरमपंथ और हिंसा से खौफजदा होकर बांग्लादेश और पाकिस्तान से पलायन कर अपने वतन लौटे हैं। लाखों कश्मीरी पंडित अपने ही देश में बेगानों की तरह शरणार्थी शिविरों में जीवनयापन कर रहे हैं, किंतु उनकी घरवापसी की चिंता नहीं होती। क्यों? क्या इसलिए कि वे हिंदू हैं?
देश का विभाजन मजहबी जुनून के कारण हुआ। बड़े पैमाने पर रक्तपात हुआ। पाकिस्तान ने खुद को इस्लामी राष्ट्र के रूप में स्थापित कर लिया। 11 अगस्त, 1947 को मोहम्मद अली जिन्ना ने पाकिस्तान की संसद के माध्यम से यह भरोसा दिलाया था कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक बराबरी के अधिकार से सुरक्षित रहेंगे, किंतु उनके देहावसान से वह सपना ही रह गया। इसके बाद 1950 में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री लियाकत अली खान के बीच एक संधि हुई। इसमें भी भरोसा दिलाया गया कि विभाजन के बाद दोनों देश अपने-अपने अल्पसंख्यकों का विशेष ख्याल रखेंगे, किंतु आज स्थिति कैसी है?
भारत अपनी पंथनिरपेक्ष परंपरा के अनुसार सेक्युलर राष्ट्र है, जहां मुसलमानों को न केवल बहुसंख्यकों के बराबर अधिकार प्राप्त हैं, बल्कि वोट बैंक की राजनीति के कारण प्राय: सभी सेक्युलर दलों में उन्हें ज्यादा से च्यादा विशेषाधिकार, रियायतें और सुविधाएं दिलाने की होड़ लगी रहती है। वहीं पाकिस्तान में हिंदू और ईसाइयों की क्या स्थिति है? वहां उनके साथ तीसरे दर्जे के नागरिक की तरह व्यवहार होता है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट के अनुसार हर महीने अकेले सिंध प्रांत में 20-25 हिंदू लड़कियों के अगवा करने, उनका जबरन मतांतरण कराने के बाद उनका मुस्लिम लड़कों से निकाह कराने की घटनाएं सामने आती हैं। दिल्ली स्थित विदेशी क्षेत्रीय निबंधन कार्यालय के अनुसार पाकिस्तान से भारत आने वाले हिंदुओं की संख्या पिछले कुछ समय में तेजी से बढ़ी है।
हाल में रिंकल नामक एक हिंदू युवती के साथ जो हुआ वह पाकिस्तान में हिंदुओं की अवस्था को समझने के लिए काफी है। 26 मार्च को पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी के समक्ष सिंध में अपने परिजनों के साथ रहने वाली 19 वर्षीय रिंकल कुमारी ने नावेद शाह नामक व्यक्ति पर अपने अपहरण का आरोप लगाते हुए उसे अपनी मां के संरक्षण में देने की गुहार लगाई। कोर्ट से जब पुलिस उसे खींचकर ले जा रही थी तो उसने बिलखते हुए मीडियाकर्मियों से कहा कि उसका जबरन मतांतरण और निकाह कराया गया है, किंतु 18 अप्रैल को मामले की सुनवाई के लिए जब वह दोबारा सर्वोच्च न्यायालय पहुंचीं तो उसने स्वेच्छा से मतांतरण और नावेद से निकाह करने की बात कबूल कर ली। कारण? सुनवाई के वक्त हजारों की संख्या में बंदूकधारियों का जमा होना। ऐसी अनेक रिंकलों की कहानी राजस्थान, गुजरात और पंजाब में शरणागत हिंदू परिवारों के सीनों में पैबस्त हैं, लेकिन जो स्वयंभू सेक्युलर दल पाकिस्तान के हिंदुओं के उत्पीड़न पर खामोश रहते हैं।
[बलबीर पुंज: लेखक भाजपा के राच्यसभा सदस्य हैं]

http://in.jagran.yahoo.com/news/opinion/general/6_3_9283960.html

Tuesday, May 22, 2012

हिंदू व्यापारी के अपहरण में कोई सुराग नहीं

पाकिस्तान के अधिकारी पिछले महीने बलूचिस्तान में अपने स्टोर से अगवा किए गए हिंदू कारोबारी गंगा राम मोतियानी के बारे में अब तक किसी सुराग तक नहीं पहुंच पाए हैं। बलूचिस्तान में माता हिंगलाज मंदिर में चार दिनों तक चले वार्षिक उत्सव के इंतजाम में मोतियानी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अपहर्ता सुरक्षाकर्मियों की वर्दी में आए थे।
http://www.amarujala.com/international/Pakistan/Hindus-have-no-clue-in-the-kidnapping-of-businessman-11943-3.html

Monday, May 21, 2012

पाक के ऐतिहासिक मंदिर में तोड़फोड़

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पेशावर स्थित ऐतिहासिक हिंदू मंदिर पर रविवार की शाम अज्ञात लोगों हमला किया और उसे तहस नहस कर डाला। गोरखनाथ मंदिर के नाम से मशहूर 160 साल पुराने इस मंदिर को पेशावर हाई कोर्ट के आदेश पर पिछले ही साल फिर से खोला गया था। देश के विभाजन के बाद से तब तक यह मंदिर बंद पड़ा था।
http://www.jagran.com/news/world-demolishion-of-temple-in-pakistan-9279412.html

उप्र में धर्मातरण को लेकर बवाल, कई जख्मी

सुल्तानपुर [जागरण संवाददाता]। उत्तर प्रदेश में सुल्तानपुर जिले के खुटेहना गांव में रविवार को अल्पसंख्यकों के प्रार्थना सभा में धर्मांतरण को लेकर बवाल मच गया। आयोजकों की ग्रामीणों से भिडं़त हो गई। पथराव में महिलाओं-बच्चों समेत कई लोग चोटिल हो गए। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है।
http://www.jagran.com/news/national-clash-over-conversion-in-up-9279587.html

पाकिस्तान के सफल हिंदू -1


पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों को हमेशा से ही समस्याओं का सामना रहा है और वह समस्याएँ कम नहीं हुई हैं, लेकिन कुछ ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने इन सब दिक्कतों के बावजूद समाज में अपना स्थान बनाए रखा है.
उनके योगदान को पूरे देश में कदर की निगाह से देखा जा रहा है. पाकिस्तान स्थित बीबीसी हिंदी संवाददाता हफ़ीज़ चाचड़ ने कुछ ऐसी ही खास शख्सियतों से बातचीत की है. इस शृंखला की पहली कड़ी में स्वात निवासी सीनेटर अमरजीत मल्होत्रा.

http://www.bbc.co.uk/hindi/multimedia/2012/05/120519_pak_hindus_amajeet_hc.shtml

Sunday, May 20, 2012

शाहरुख मुस्लिम, इसलिए किया बेइज्जत

पटना।। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव ने शाहरुख को वानखेड़े में बैन करने पर कहा कि वह अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं, इसलिए उन्हें अपमानित किया गया है।
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/13311792.cms

Saturday, May 19, 2012

आबादी के लिहाज से मुसलमानों को मिले आरक्षण

नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। मुसलमानों के लिए अलग आरक्षण का मुद्दा गर्माता जा रहा है। जमीयत उलेमा ए हिंद ने इसके लिए एक मजबूत आंदोलन छेड़ने का आह्वान किया है।
http://www.jagran.com/news/national-jamiat-ulama-e-hind-demand-muslim-reservation-9270495.html

नेपाल को हिंदू राज्य घोषित करने की मांग

नेपाल में राजशाही समर्थक पार्टी की हड़ताल के चलते काठमांडू वैली में शुक्रवार को जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। पार्टी ने संघीय ढांचे को स्वीकार किए जाने के विरोध में हड़ताल की अपील की थी। पार्टी देश को फिर से हिंदू राज्य घोषित करने की मांग कर रही है। 
http://www.amarujala.com/international/South%20Asia/Seeking-to-declare-Nepal-a-Hindu-state-11897-8.html

Wednesday, May 16, 2012

22 साल बाद गूंजी घंटियों की ध्वनि


श्रीनगर, जागरण ब्यूरो। डाउन-टाउन के रैनावारी स्थित 400 साल पुराने पाताल भैरव मंदिर में घंटियों की ध्वनि मंगलवार को फिर से गूंज उठी। 22 सालों से वीरान खंडहर में तब्दील हो चुके मंदिर में मरम्मत से पूर्व सनातन परंपराओं के मुताबिक पूजा-अर्चना हुई।
http://www.jagran.com/news/national-temple-sound-of-bells-rang-out-22-years-later-9259836.html 

विदेशी बार-बार करते हैं देवी-देवताओं का अपमान


नई दिल्ली। अमेरिका में बीयर का नाम मां काली पर रखकर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का यह पहला मामला नहीं है। विदेशों में इससे पहले भी हिंदुओं के देवी-देवताओं का कई बार अपमान किया गया है।

http://www.jagran.com/news/national-hindu-god-insult-9259904.html

Tuesday, May 15, 2012

अमेरिका में बेची जा रही है 'काली मां बियर'

नई दिल्ली ।। अमेरिका में हिंदू देवी काली के नाम पर 'काली मां' बियर बेचे जाने का मसला मंगलवार को राज्यसभा में गूंजा। बीजेपी सदस्यों ने इस पर कड़ा एतराज जाहिर करते हुए मांग की कि सरकार तुरंत अमेरिकी राजदूत को बुलाकर इस मामले में जवाब तलब करे।
http://navbharattimes.indiatimes.com/now-kali-ma-beer-in-market/articleshow/13148795.cms

Monday, May 14, 2012

म्यांमार दौरे में जफर की मजार पर जाएंगे मनमोहन

नई दिल्ली [जासं]। ढाई दशक बाद भारतीय प्रधानमंत्री के म्यांमार दौरे में एक पड़ाव अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर का मकबरा भी होगा। इस महीने 27 से 29 मई के बीच होने वाली अपनी म्यांमार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जफर को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके मकबरे भी जाएंगे।
http://www.jagran.com/news/national-pm-manmohan-singh-will-visit-the-mazar-of-zafar-myanmar-9253011.html

Saturday, May 12, 2012

असम में भी सुनाई दे रही माओवादी दस्तक

असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के पर्वतीय जिलों में माओवादियों ने अपने शिविर स्थापित कर लिए हैं और धीरे-धीरे अन्य हिस्सों में भी अपना आधार बना रहे हैं। गोगोई ने कहा कि माओवादी लंबे समय से राज्य में अपना आधार बढ़ा रहे हैं। गोगोई ने बुधवार को ऊपरी असम में चार माओवादी विरोधियों के मारे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि इससे माओवादियों की उपस्थिति को लेकर राज्य सरकार के बयान की ही पुष्टि होती है।
http://www.amarujala.com/National/Maoist-hear-knocking-in-Assam-27276.html

Wednesday, May 9, 2012

पाक-बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार से भारत चिंतित

पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिन्दू लड़कियों का अपहरण कर उनकी इच्छा के खिलाफ मुस्लिम लड़कों से शादी कराये जाने और मंदिर एवं गुरूद्वारों को अपवित्र करने की खबरों पर भारत ने चिंता व्यक्त करते हुए बुधवार को कहा कि यह पड़ोसी देशों की सरकारों की जिम्मेदारी है कि वे अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभायें।
http://www.livehindustan.com/news/desh/national/article1-story-39-39-232077.html

अल्पसंख्यकों की रक्षा करे पाक

पाक में अल्पसंख्यक हिंदू लड़कियों का अपहरण करके उनकी मर्जी के खिलाफ जबरन शादी करने और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की घटनाओं पर सरकार ने चिंता जताते हुए उम्मीद जताई है कि पाक सरकार अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/13069386.cms

Tuesday, May 8, 2012

हज सब्सिडी पर भारी रकम खर्च करती है सरकार

नई दिल्ली। भारत सरकार प्रत्येक वर्ष 600 करोड़ रुपये से ज्यादा हज सब्सिडी पर खर्च करती है जिसका फायदा लगभग 1.25 लाख हाजी हर वर्ष उठाते हैं। पिछले पांच वर्षो में भारत ने हज यात्रा पर करीब 2,891.71 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की है।
http://www.jagran.com/news/national-9228072.html

देशघाती मानसिकता

आंध्र प्रदेश की पुलिस द्वारा 1 जुलाई, 2010 को एक मुठभेड़ में मारे गए शीर्ष नक्सली नेता चेरूकुरी राजकुमार उर्फ आजाद की मौत पर स्वयंभू मानवाधिकारियों के आंसू थमे नहीं हैं। पहले मुठभेड़ की सीबीआइ जांच की मांग की गई और जब सीबीआइ ने मानवाधिकारियों के प्रतिकूल मुठभेड़ को वास्तविक बताया तो सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दाखिल कर विशेष जांच समिति गठित करने की गुहार लगाई गई। पिछले दिनों सर्वोच्च न्यायालय ने यह याचिका खारिज कर दी। नक्सली नेता चेरूकुरी पर 12 लाख का इनाम था। राज्य व्यवस्था के खिलाफ सशस्त्र क्रांति छेड़ने वाले नक्सलियों के प्रति मानवाधिकारियों के मोह का यह अकेला उदाहरण नहीं है। पश्चिम बंगाल में मारे गए शीर्ष नक्सली कमांडर कोटेश्वर राव उर्फ किशन की मौत पर भी स्वयंभू मानवाधिकारियों की टोली ने खूब हंगामा खड़ा किया था। इससे पूर्व नक्सलियों से सहानुभूति रखने वाले विनायक सेन और नक्सली विचारक कोबाद घंडी की गिरफ्तारी पर भी मानवाधिकारियों का कुनबा बिफर उठा था। यह कैसी मानसिकता है? देशघाती व्यक्तियों का मानवाधिकार क्या राष्ट्रहित से ऊपर है? अभी हाल ही में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में सुकमा के जिलाधिकारी एलेक्स पाल मेनन को दिनदहाड़े अगवा कर लिया था। उनके दो सुरक्षाकर्मी मारे गए। इससे पूर्व उड़ीसा में बीजद के विधायक को नक्सलियों ने एक महीने तक अपनी कैद में रखा। इटली के दो पर्यटकों का अपहरण कर कई दिनों तक कैद में रखा गया। उससे पूर्व मलकानगिरी के जिलाधिकारी आर विरील कृष्णा का अपहरण किया गया था। इन सब की रिहाई के लिए सरकार को नामी और इनामी नक्सली कामरेडों को रिहा करना पड़ा, जिन पर राज्य के खिलाफ विद्रोह करने और जानमाल को नुकसान पहुंचाने का आरोप था। नक्सलियों की इस नई बंधक नीति के आगे घुटने टेकने से नि:संदेह उनका मनोबल बढ़ेगा और आगे इस तरह की और भी घटनाएं बढ़ेंगी ही। बंदूक के बल पर जनतंत्र को उखाड़ फेंकना नक्सलियों का घोषित एजेंडा है, यह उनका खुला चेहरा है, किंतु नक्सलियों का समर्थन करने वाले बुद्धिजीवी नकाबपोश हैं, जो मानवाधिकार के नाम पर हिंसा और रक्तपात को न्यायोचित ठहराने की कोशिश करते हैं। एक ओर नक्सलियों को स्वयंभू मानवाधिकारियों व बुद्धिजीवियों का समर्थन प्राप्त है तो दूसरी ओर केंद्र में एक ऐसी सरकार है, जो नक्सलवाद को महज सामाजिक-आर्थिक समस्या मानती है, जबकि नक्सली चीन प्रेरित हैं और बंदूक के बल पर राजसत्ता को पलटने का लक्ष्य रखते हैं। उनकी प्रेरणा चीनी साम्यवादी नेता माओ त्से तुंग हैं, जिसने हिंसा के बल पर चीन की सत्ता हथिया ली थी। नक्सलियों का न तो प्रजातंत्र पर विश्वास है और न ही वे भारत के प्रति आस्था का भाव रखते हैं। कथित तौर पर वे शोषित और वंचितों के हक के लिए हथियार उठाए घूम रहे हैं, किंतु हकीकत यह है कि उनकी हिंसा से गरीब आदिवासी ही सर्वाधिक आहत हैं। नक्सली हिंसा के कारण दूरस्थ प्रदेशों में विकास कार्य संभव नहीं हो रहे, इसलिए सामाजिक असमानता कायम है। प्रारंभिक नीति दूरस्थ आदिवासी इलाकों में सरकारी हस्तक्षेप न्यूनतम रखने की थी, ताकि उनकी संस्कृति और परंपराओं को अक्षुण्ण रखा जा सके, किंतु इसके दुष्परिणामस्वरूप जो शून्य उत्पन्न हुआ उस निर्वात को अलगाववादी ताकतों ने पूरा किया। इसमें चर्च की भूमिका बहुत घातक रही है, किंतु सेक्युलर दल और कथित मानवाधिकारी चर्च केइस राष्ट्रविरोधी चेहरे को भी बचाते आए हैं। पूर्वोत्तर के राज्य अलगाववाद की चपेट में हैं और इस अलगाववादी भावना के दोहन में चर्च का भारी योगदान है। खुफिया जानकारी के अनुसार माओवादी अब असम के उग्रवादी संगठन उल्फा के परेश बरूआ गुट के साथ मिलकर अपहरण और उगाही का काम कर रहे हैं। माओवादी उल्फा के साथ मिलकर अरुणाचल के रास्ते चीन तक सीधी पहुंच बनाने की कोशिश में हैं, ताकि अत्याधुनिक हथियार और गोलाबारूद की आपूर्ति सुगम हो सके। नागालैंड के उग्रवादी संगठन नेशनलिस्ट सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड के साथ भी माओवादियों के घनिष्ठ संपर्क कायम होने की खुफिया जानकारी सरकार को है। नक्सल समस्या को सामाजिक-आर्थिक समस्या मानने वाली केंद्र सरकार इन खतरों की अनदेखी कर वस्तुत: देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा कर रही है। उत्तर में नेपाल स्थित पशुपति से लेकर दक्षिण के तिरुपति तक फैले माओवादियों को अपने प्रभाव क्षेत्र की तराइयों, निष्ठावान कैडर और आधुनिक अस्त्रों के कारण बढ़त हासिल है। खुफिया विभाग के पास इस बात की पुख्ता जानकारी है कि माओवादी जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के अलगाववादी आतंकी संगठनों के साथ घनिष्ठ संपर्क में है। स्वयं जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने भी इसकी पुष्टि की है। सशस्त्र माओवादी कैडरों की संख्या 15000 से ऊपर पहुंच चुकी है। 2008 में ऐसे कैडरों की संख्या महज चार हजार ही थी। इसकी तुलना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, जिस पर माओवादियों के सफाए की जिम्मेदारी है, के पास न तो पर्याप्त आधुनिक असलहे हैं और न ही उन्हें समुचित प्रषिक्षण दिया गया है। पिछले तीन सालों में सुरक्षा जवानों और नक्सलियों के बीच होने वाली मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मी ही बड़ी संख्या में मारे गए हैं। ऑपरेशन ग्रीनहंट की विफलता और सुरक्षा बलों की भारी क्षति के बाद केंद्रीय पुलिस संगठन और सीमा सुरक्षा बल के वर्तमान स्वरूप और उसकी क्षमता का आकलन करने से यह कटु सत्य सामने आया कि मौजूदा संसाधनों के साथ नक्सलियों से लोहा लेने में केंद्रीय रिजर्व बल समेत केंद्रीय पुलिस बल को अगले बीस सालों तक नक्सलियों के खिलाफ कोई बड़ी सफलता हाथ लगने वाली नहीं है। कहने को नक्सली आंदोलन भूमिगत है, किंतु आजाद, किशन, विनायक सेन और कोबाड घंडी जैसे लोगों के समर्थन में कुतर्क की भाषा बोलने वाले बुद्धिजीवी वस्तुत: भारतीय जनतंत्र और प्रजातांत्रिक मूल्यों के घोर विरोधी हैं। अन्यथा क्या कारण है कि सभ्य समाज को लहूलुहान करने वाले इस्लामी आतंकियों से लेकर माओवादियों के पक्ष में स्वयंभू मानवाधिकारी ढाल बनकर खड़े हो जाते हैं? इस्लामी आतंक और नक्सली हिंसा को संरक्षण देने वाला चेहरा धरातल पर दिखने वाला हो या भूमिगत, उनका उद्देश्य भारत की बहुलतावादी संस्कृति और विशिष्ट पहचान को नष्ट करना है। यह भारत के खिलाफ एक अघोषित युद्ध है और इस युद्ध में भारत के खिलाफ भारतीयों का ही सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है। जब तक नई दिल्ली में बैठा सत्ता अधिष्ठान इस सच्चाई को नहीं समझता तब तक नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई नहीं जीती जा सकती।
http://www.jagran.com/editorial/apnibaat-9228017.html

सुप्रीम कोर्ट ने हज सब्सिडी खारिज की

सुप्रीम कोर्ट ने सरकार द्वारा हज यात्रा के लिए दी जाने वाली सब्सिडी की आलोचना की है और इसे खत्म करने को कहा है.
अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने हज यात्रियों को टिकट में मिलने वाली छूट के प्रावधान को खत्म कर दिया है.
http://www.bbc.co.uk/hindi/india/2012/05/120508_haj_supremecourt_ac.shtml

'आतंकी' की गिरफ्तारी पर भड़के नीतीश

दरंभगा।। दरभंगा जिले से आंतकी मो. काफिल को बिना बिहार पुलिस को जानकारी दिए कर्नाटक पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने पर सीएम नीतीश कुमार भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि बिना राज्य पुलिस को बताए गिरफ्तारी कैसे हुई। इससे पहले कर्नाटक पुलिस ने चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए ब्लास्ट के मामले में 2 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक आतंकी मोहम्द काफिल को दरभंगा से गिरफ्तार किया गया है।
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/13048319.cms

Monday, May 7, 2012

आस्था पर आघात से भड़के युवक, दी तहरीर

वाराणसी : बुद्ध पूर्णिमा पर कचहरी स्थित अंबेडकर पार्क में आयोजित कार्यक्रम में विवादित पोस्टर, बैनर लगाने से क्षेत्र के युवक भड़क उठे। आस्था पर हुए कुठाराघात से क्षुब्ध युवकों ने आयोजन स्थल पर नारेबाजी की और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कैंट थाने में तहरीर दी। युवकों ने आरोप लगाया कि आयोजक मंच से ध्वनि विस्तारक यंत्र के जरिए देवी देवताओं का अपमान कर रहे थे। सूचना पाकर मौके पर सदल बल एडीएम सिटी भी पहुंचे। विवादित पोस्टर-बैनर हटाने को लेकर आयोजकों से झड़प भी हुई।
http://www.jagran.com/uttar-pradesh/varanasi-city-9223567.html

Sunday, May 6, 2012

राजस्थान में मुस्लिमों को आरक्षण जल्द

जयपुर [जागरण संवाददाता]। राजस्थान में मुसलमानों को आरक्षण देने की तैयारी की जा रही है। मुस्लिमों को ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण दिया जाएगा।
http://www.jagran.com/news/national-muslim-got-reservation-in-rajasthan-9222141.html

Saturday, May 5, 2012

शियाओं को मिले 20% हिस्सेदारी: मौलाना जव्वाद

बोतल से बाहर निकला लव जिहाद का जिन्न

मेरठ, जागरण संवाददाता : शहर और देहात क्षेत्र से पिछले कुछ माह में लगातार युवतियों के लापता होने से लव जिहाद का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। इसी क्रम में जानी थाना क्षेत्र के डालूहैड़ा गांव से 15 दिन पूर्व लापता हुई युवती के परिजनों ने बुधवार को डीआइजी कार्यालय पर हंगामा करते हुए धरना दे दिया। युवती के परिजनों और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोपियों पर लव जिहाद के तहत युवती के अपहरण का आरोप लगाया।
http://www.jagran.com/uttar-pradesh/meerut-city-8933338.html

Thursday, May 3, 2012

विवादों में घिरा जगन का तिरुपति दर्शन

कडपा के सांसद वाईएस जगन मोहन रेड्डी के भगवान तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर जाने का मुद्दा विवादों में घिर गया है। टीडीपी और कांग्रेस नेताओं ने जगन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने गैर हिंदू होने के बावजूद मंदिर प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं दी, जबकि ऐसा करना अनिवार्य है।
http://www.amarujala.com/National/Jagan-controversy-surrounded-Tirupati-Darshan-26850.html

पाक हिन्दुओं पर संसद में चर्चा चाहती है भाजपा

भारतीय जनता पार्टी ने पाकिस्तान में हिन्दुओं पर किये जा रहे अत्याचार को गंभीर चिंता का विषय बताते हुए इस मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में व्यापक चर्चा कराने की मांग की है। भाजपा के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने संवाददाताओं को बताया कि पार्टी के संसदीय दल की सुबह हुई बैठक में वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी सहित कई सांसदों ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की और गंभीरता के साथ अपने विचार रखे। बैठक में दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं ने भी भाग लिया।
http://www.amarujala.com/National/bjp-want-Parliament-to-discuss-on-Pak-Hindu-26842.html

बंगाल में मुस्लिमों को ओबीसी कोटा में आरक्षण

कोलकाता [जागरण ब्यूरो] पश्चिम बंगाल मंत्रिमंडल की बैठक में बुधवार को अदर बैकवर्ड कास्ट [ओबीसी] कोटा के तहत अल्पसंख्यकों को 17 प्रतिशत आरक्षण देने को मंजूरी दे दी गई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि इस प्रस्ताव को विधानसभा में बिल के रूप में भी पास कराया जाएगा।
http://www.jagran.com/news/national-obc-resurvation-to-muslims-in-w-bengal-9208230.html

पाकिस्तान में जबरन धर्मांतरण को मजबूर हिंदू लड़कियां

पाकिस्तान के सिंध प्रांत मे हिंदू लड़कियों के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के मामले अब आम हो गए हैं। स्थानीय अदालत के हस्तक्षेप के बावजूद इन मामलों में कोई कमी नहीं आए है। इससे वहां से आए दिन बड़ी संख्या में हिंदू परिवार पलायन कर रहे हैं।

दस माह के दौरान 400 से ज्यादा ऐसे लोग भारत में आकर शरण ले चुके हैं। संसद में वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने बुधवार को यह मामला उठाया। इस पर गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि इस बारे में विस्तृत अध्ययन की जरूरत है। विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री से बात होने के बाद सरकार इस मामले में सदन में बयान देगी।
http://www.amarujala.com/National/Pak-Hindu-girls-forced-to-forced-conversion-26804.html

Wednesday, May 2, 2012

सपा मुस्लिम राष्ट्रपति के पक्ष में

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के एक नेता ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति पद के लिए एक मुस्लिम उम्मीदवार के पक्ष में है। लेकिन साथ ही, यह भी कहा कि पार्टी इस शीर्ष संवैधानिक पद के लिए चुनावों को सांप्रदायिक रंग देने के खिलाफ है।
http://www.jagran.com/news/national-sp-says-his-party-prefers-a-muslim-for-prez-post-9202886.html

मुसलमानों से किए वायदे पूरे करे सरकार

जमियत उलमा के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि मरकजी और रियासती सरकारें आजादी के बाद से मुसलमानों को सिर्फ झूठी तसल्ली दे रही हैं।
http://www.amarujala.com/National/SP-fulfilling-all-promise-of-Muslims-26759.html

उपासना स्थल पर पत्थर फेंकने से तनाव

वाराणसी। कोतवाली थाना क्षेत्र के वृतकाल मोहल्ले (दुल्ली गड़ही) में सोमवार की दोपहर कुछ शरारती तत्वों के एक उपासना स्थल पर पत्थर फेंकने से हड़कंप मच गया। इससे उपासना स्थल के रोशनदान का कुछ हिस्सा टूटकर गिर पड़ा और क्षेत्र में तनाव फैल गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। हालांकि पुलिस उसे मानसिक रोगी बता रही है, जबकि क्षेत्र के लोगों की मानें तो वह शरारती तत्व है। इस मामले में क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों ने उत्तेजित लोगों को समझाकर माहौल शांत कराया।
http://www.amarujala.com/city/varanasi/varanasi-61403-140.html

हनुमान की प्रतिमा खंडित करने पर तनाव

भागलपुर। गौराडीह थाना क्षेत्र के विनायकपुर गांव में रविवार को एक समुदाय के बदमाशों द्वारा भगवान हनुमान की प्रतिमा खंडित कर देने पर तनाव कायम हो गया। कुरूडीह गांव के तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले को शांत करने का प्रयास कर रही है
http://www.jagran.com/news/national-god-hunaman-stachu-broken-by-anti-social-9196840.html

सर्वमान्य चेहरे के तौर पर आ सकता है प्रेमजी का नाम

देश के अगले राष्ट्रपति को लेकर चल रहे सियासी दांव पेंच के बीच मशहूर उद्योगपति अजीम प्रेमजी का नाम भी सियासी गलियारे में अंदरखाने उछल गया है। राष्ट्रपति पद पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से लेकर प्रणब मुखर्जी किसी के नाम पर सहमति नहीं बनने की स्थिति में प्रेमजी को सर्वमान्य उम्मीदवार बनाने का दांव चला जा सकता है।
http://www.amarujala.com/National/Premji-binding-face-may-come-as-a-name-26729.html