Sunday, March 18, 2012

नजरअंदाज किए जाने से खफा हैं मुसलिम नेता

उमर अब्दुल्ला ने दी सफाई

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इंडिया टुडे कानक्लेव में भाग नहीं लेने के अपने फैसले का शनिवार रात यह कहकर बचाव किया कि दिल्ली में इस संगोष्ठी में भाग लेने के बजाय यह सुनिश्चित करना ज्यादा महत्वपूर्ण था कि राजौरी में कोई सांप्रदायिक संघर्ष न हो।
http://www.jagran.com/news/national-omar-tweets-on-skipping-conclave-where-rushdie-spoke-9025739.html 

शर्म आनी चाहिए कांग्रेस को: सलमान रुश्दी

नई दिल्ली।। आज से दो महीने पहले यानी जनवरी में भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी ने विरोध-प्रदर्शनों और जान को खतरे के चलते जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से बाहर रहने का फैसला किया था। लेकिन ,शनिवार को यहां कड़ी सुरक्षा के बीच रुश्दी ने एक मीडिया हाउस के बैनर तले आयोजित कॉन्क्लेव में शिरकत की और कई मुद्दों पर बोले। सलमान ने कहा कि बरसों से हर मुल्ला के आगे घुटने टेकने से भी कांग्रेस का काम नहीं बना। उसे शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए। 
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/12309890.cms

Saturday, March 17, 2012

लाठीचार्ज के खिलाफ विहिप का बंद


लाठीचार्ज के खिलाफ विहिप का बंद

जम्मू/एजेंसी।
Story Update : Saturday, March 17, 2012    4:26 PM
VHP close against lathi charge in jammu
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के जम्मू में आहूत एक दिन के बंद का असर मिला जुला रहा।

बंद के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। क्षेत्र में कुछ दुकानें खुली थीं और मिनी बस समेत कई वाहन सड़कों पर देखे गए

http://www.amarujala.com/National/VHP-close-against-lathi-charge-in-jammu-24459.html 

इंडिया टूडे कॉन्क्लेव में नहीं आएंगे प्रणब और उमर



इंडिया टूडे कॉन्क्लेव में नहीं आएंगे प्रणब और उमर
केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इंडिया टूडे कॉन्क्लेव में अपनी भागीदारी शनिवार को रद्द कर दी। सम्मेलन में विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी हिस्सा ले रहे हैं।
National-Hindustan / Sat, 17 Mar 2012 06:35:23 GMT

अगवा हिंदू महिलाओं की जांच को विशेष प्रकोष्ठ



अगवा हिंदू महिलाओं की जांच को विशेष प्रकोष्ठ
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी संसदीय समिति ने पुलिस और सिंध प्रांत के अधिकारियों को हिंदू महिलाओं के अपहरण के मामलों को दर्ज करने और इस तरह की घटनाओं की जांच के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ बनाने का निर्देश दिया है।
निचले सदन [नेशनल असेंबली] की मानवाधिकार स्थायी समिति ने एक बैठक के बाद यह निर्देश जारी किए। बैठक में सांसदों ने हिंदू महिलाओं के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे को उठाया।
International-Jagran / Sat, 17 Mar 2012 03:56:52 GMT

धारा 26 पर पक्षपाती नजरिया

मुसलमानों के हित का रखा जायेगा पूरा ख्याल: मुलायम

अल्पसंख्यक मंत्रालय के बजट में 12 फीसदी का इजाफा

ईरानी नागरिकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस