दैनिक जागरण
मास्को। रूस की एक अदालत ने भगवद गीता के अनुवादित संस्करण पर प्रतिबंध लगाने के अनुरोध वाली याचिका को खारिज कर दिया। इससे दुनिया भर में गीता के अनुयायी बेहद खुश हैं। फैसले के तुरंत बाद मास्को इस्कॉन के संधु प्रिय दास ने कहा कि साइबेरियाई शहर तोमस्क की अदालत ने याचिका खारिज कर दी है। उन्होंने इस फैसले पर अपनी प्रशंसा जाहिर की है। तोमस्क के सरकारी अभियोजकों ने निचली अदालत के फैसले के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की थी।
रूस में गीता पर बैन की मांग वाली याचिका खारिज एनडीटीवी खबर
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हिंदू हितों (सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक) को प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से प्रभावित करने वाली घटनाओं से सम्बंधित प्रमाणिक सोत्रों ( राष्ट्रिय समाचार पत्र, पत्रिका) में प्रकाशित संवादों का संकलन।
Wednesday, March 21, 2012
गीता के अनुवादित संस्करण पर प्रतिबंध नहीं
Tuesday, March 20, 2012
'पाक में हिंदुओं पर हो रहे जुल्मों को उजागर करें'
पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के लोगों पर हो रहे अत्याचार पर वर्ल्ड हिंदू काउंसिल ऑफ अमेरिका (वीएचपीए) ने गहरी चिंता जताई है।
वीएचपीए ने मानवाधिकार संगठनों से कहा है कि वे पाक में हिंदू समुदाय पर हो विशेषकर महिलाओं पर हो रहे जुल्म को उजागर करें। जिससे पूरे विश्व का ध्यान इसकी ओर जा सके।
तीन हजार लोग वापस हिंदू धर्म में लौटे
राउरकेला। विश्व हिंदू परिषद [विहिप] ने शुक्रवार को दावा किया कि उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले में एक समारोह में तीन राज्यों से आए 658 परिवारों के 3000 से अधिक लोगों को फिर से हिंदू धर्म में वापस धर्मांतरित किया गया।
Monday, March 19, 2012
हिंदुओं के अपहरण मामले पर पाक मंत्री चिंतित
http://www.jagran.com/news/world-9029883.html
वाह रे हिंदू समाज..
स्वामी सानंद जबरन बीएचयू ले जाए गए
'वाह-रे हिंदू समाज' ..वेदना से कराहते ये कारुणिक शब्द स्वामी सानंद के मुख से उस समय निकल पड़े, जब उन्हें प्रशासन द्वारा अस्पताल से उठाकर बीएचयू ले जाया जाने की जानकारी मिली। इसी दौरान कक्ष से बाहर खड़े गिने-चुने गंगा समर्थकों का पुलिस के समक्ष स्वामी जी को अस्पताल से ले जाने के विरोध का स्वर भी उनके कानों तक जा पहुंचा। वह बिस्तर से उठ कर बाहर आ गए। चंद लोगों को सामने देखा, सबको हाथ जोड़े, बोले 'वाह-रे हिंदू समाज, एक सन्यासी की यह गति। गंगा की चिंता किसी को नहीं, पुलिस के सामने बल दिखाने के बजाए जयंती नटराजन पर दबाव क्यों नहीं बना पा रहे।' इतना बोला ही था कि उनकी आंखें नम हो गई। बात तो बहुत कमजोर आवाज में कही गई थी, लेकिन उसकी धमक बहुत देर तक कानों में गूंजती रही।
'वाह-रे हिंदू समाज' ..वेदना से कराहते ये कारुणिक शब्द स्वामी सानंद के मुख से उस समय निकल पड़े, जब उन्हें प्रशासन द्वारा अस्पताल से उठाकर बीएचयू ले जाया जाने की जानकारी मिली। इसी दौरान कक्ष से बाहर खड़े गिने-चुने गंगा समर्थकों का पुलिस के समक्ष स्वामी जी को अस्पताल से ले जाने के विरोध का स्वर भी उनके कानों तक जा पहुंचा। वह बिस्तर से उठ कर बाहर आ गए। चंद लोगों को सामने देखा, सबको हाथ जोड़े, बोले 'वाह-रे हिंदू समाज, एक सन्यासी की यह गति। गंगा की चिंता किसी को नहीं, पुलिस के सामने बल दिखाने के बजाए जयंती नटराजन पर दबाव क्यों नहीं बना पा रहे।' इतना बोला ही था कि उनकी आंखें नम हो गई। बात तो बहुत कमजोर आवाज में कही गई थी, लेकिन उसकी धमक बहुत देर तक कानों में गूंजती रही।
Sunday, March 18, 2012
उमर अब्दुल्ला ने दी सफाई
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इंडिया टुडे कानक्लेव में भाग नहीं लेने के अपने फैसले का शनिवार रात यह कहकर बचाव किया कि दिल्ली में इस संगोष्ठी में भाग लेने के बजाय यह सुनिश्चित करना ज्यादा महत्वपूर्ण था कि राजौरी में कोई सांप्रदायिक संघर्ष न हो।
http://www.jagran.com/news/national-omar-tweets-on-skipping-conclave-where-rushdie-spoke-9025739.html
http://www.jagran.com/news/national-omar-tweets-on-skipping-conclave-where-rushdie-spoke-9025739.html
शर्म आनी चाहिए कांग्रेस को: सलमान रुश्दी
नई दिल्ली।। आज से दो महीने पहले यानी जनवरी में भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी ने विरोध-प्रदर्शनों और जान को खतरे के चलते जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल से बाहर रहने का फैसला किया था। लेकिन ,शनिवार को यहां कड़ी सुरक्षा के बीच रुश्दी ने एक मीडिया हाउस के बैनर तले आयोजित कॉन्क्लेव में शिरकत की और कई मुद्दों पर बोले। सलमान ने कहा कि बरसों से हर मुल्ला के आगे घुटने टेकने से भी कांग्रेस का काम नहीं बना। उसे शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए।
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/12309890.cms
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/12309890.cms
Saturday, March 17, 2012
लाठीचार्ज के खिलाफ विहिप का बंद
लाठीचार्ज के खिलाफ विहिप का बंद | |||
जम्मू/एजेंसी। | |||
Story Update : Saturday, March 17, 2012 4:26 PM | |||
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के जम्मू में आहूत एक दिन के बंद का असर मिला जुला रहा।
बंद के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिये सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। क्षेत्र में कुछ दुकानें खुली थीं और मिनी बस समेत कई वाहन सड़कों पर देखे गए |
http://www.amarujala.com/National/VHP-close-against-lathi-charge-in-jammu-24459.html
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