Saturday, July 28, 2012

बीजेपी ने लगाया केन्द्र पर बोडो समुदाय से भेदभाव का आरोप

पटना।। बीजेपी ने केंद्र सरकार पर बोडो समुदाय के साथ लगातार भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए पूरे देश से बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकाले जाने और बोडो समुदाय के सुरक्षा की गारंटी की आवश्यकता जताई है।
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/15207766.cms

2 comments:

  1. श्री बिनेश्वर ब्रह्म ( जन्म : १९४६ ; - हत्या : १९ अगस्त, २०००) असम के बोडो जनजातीय साहित्यकार थे एवं बोडो साहित्य सभा के अध्यक्ष थे। तेजस्वी, ओजस्वी वक्ता, देशभक्त और विदेशीश् षड्यंत्रों के खिलाफ निर्भीकता से लोहा लेने वाले। वे पूर्वाञ्चल में देवनागरी और हिन्दी के लिए काम करते थे। अनेक वर्षों से बोडो साहित्य सभा ने बोडो भाषा देवनागरी में लिखने का संकल्प किया हुआ था, बोडो पुस्तकें देवनागरी में छपती थीं। यह सब उन ईसाई पृथकतावादियों को सहन नहीं हुआ जो वर्षों से पूर्वाञ्चल की जनजातियों को शेष देश की मुख्यधारा से काटने में जुटे हुए हैं। उन्होंने छल-बल से बोडो भाषा के लिए रोमन लिपि प्रचलित करवाना शुरू किया। जब देशभक्त बोडो लोगों ने इसका विरोध करना शुरू किया तो परिणाम बिनेश्वर ब्रह्म की हत्या के रूप में सामने आया। देवनागरी का तिलक अपने लहू से करने वाले शहीद बिनेश्वर ब्रह्म इसीलिए "देवनागरी के नवदेवता' कहे गए।
    बिनेश्वर ब्रह्म सन्‌ १९९६ में बोडो साहित्य-सभा के अध्यक्ष बने और १९९९ में वे फिर से अध्यक्ष बनाये गए। असम में बोडो भाषा के लिए लिपि को लेकर कई बार आन्दोलन हुआ और बिनेश्वर ब्रह्म ने रोमन लिपि के स्थान पर देवनागरी लिपि का समर्थन किया और वह स्वीकार कर ली गयी। लेकिन राज्य में चर्च एवं उसके द्वारा समर्थित आतंकवादी गुट "नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैण्ड' (एन.डी.एफ.बी.) के दबाव से बोडो साहित्य सभा में फिर से लिपि का प्रश्न उठाया गया। बिनेश्वर ब्रह्म ने इस बार भी देवनागरी लिपि का समर्थन किया और एन.डी.एफ.बी. की धमकियों की उपेक्षा की। इस बार उन्हें परिणाम भुगतना पड़ा और सशस्त्र आतंकवादि के समर्थन के कारण उनकी हत्या की गयी। इस हत्या के विरोध में पूरे यों ने उनके घर पर ही उनकी हत्या कर दी।

    ReplyDelete
  2. पूर्वोत्तर के निवासियों की सलामती के लिये सरकार चर्च के बोड़ो,नागा, मिजो,गारों, आदि ईसाई आतंकवादियो से अवैध हथियार बरामद करे -दारा सेन

    Posted by Mukesh Jain on August 19, 2012 at 1:17amView Blog
    प्रेस विज्ञप्ति 19-8-12
    धर्मरक्षक श्री दारा सेना के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने सालों से पूर्वोत्तर मसलों पर भयानक चुप्पी साधे बैठे भाजपा नेताओ की अचानक कोकराझार मसले पर आंख खुलने पर आष्चर्य व्यक्त किया। भाजपा नेत्री और प्रतिपक्ष की नेता सुषमा स्वराज को आड़े हाथों लेते हुए श्री मुकेश जैन ने कहा कि जब पिछले साल मेघालय में राभा हिन्दुओं को मारा जा रहा था,और उनके मन्दिरों में चर्च के गारो ईसाई आतंकवादी आग लगा रहे थे,तब वो कहां सो रही थी? जब 3-3 महीने तक नागालैण्ड के चर्च के ईसाई आतंकवादी मणिपुर की नाकाबन्दी करते है तो तब आड़वानी जी हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार पर चुप्पी क्यों मारे होते हैं?पूर्वोत्तर की एक ईसाई लड़की से दिल्ली में बलात्कार के मसले पर पिछले साल दो-दो प्रदर्षन करने वाली सुषमा स्वराज की जबान को पूर्वोत्तर के ईसाई आतंकवादीं गिरोह उल्फा द्वारा बिहारी हिन्दुओ को मारे जाने पर लकवा क्यों मार जाता है? आतंकवादी बैपटिस्ट चर्च द्वारा पूर्वोत्तर के हिन्दुओं पर लगाये गये 10 प्रतिशत चर्च के ईसाई जजिया टैक्स पर सुषमा स्वराज और आड़वानी जी खामोष क्यों हैं? जिसे वहां के सरकारी कर्मचारी तक दे रहे हैं और जिसे बुराड़ी में कांग्रेस अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमति सोनिया गांधी ने भी स्वीकार किया है।
    धर्म रक्षक श्री दारा सेना ने असम के कोकराझार में चर्च के बोड़ो ईसाई आतंकवादी गिरोहों द्वारा मुसलमानो को मार मार के भगाने और लाखों मुस्लिमों के घरों में आग लगाने पर गहरी चिन्ता व्यक्त की।और इसे पूर्वोत्तर से हिन्दुओं और मुसलमानों को मार भगाकर एक अलग ईसाई देश बनाने की आतंकवादी अंग्रेज मिश्निरियों की भयानक साजिश बताया। श्री जैन ने पूवो्र्रत्तर के 3 राज्यों नागालैण्ड, मिजोरम और मेघालय से आजादी के बाद हिन्दुओं का पूर्ण सफाया करके ईसाई बहुल बनाने की आतंकवादी अंग्रेज मिष्निरियों की सफल साजिष के विरूद्ध भाजपा नेताओं की भयानक चुप्पी पर आष्चर्य व्यक्त किया।
    दारा सेना के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने कोकराझार के मुस्लिमों की इस बात के लिये दाद दी कि उन्होनें आतंकवादी बैप्टिस्ट चर्च द्वारा वहां के हिन्दुओं और मुसलमानों पर लगाये गये 10 प्रतिशत ईसाई टैक्स की अवैध उगाही देने से इन्कार किया।और चर्च का ईसाई जजिया टैक्स लेने आये अंग्रेजी चर्च द्वारा बनायी बोड़ो आतंकवादी फौज के गोला बारूद से लैस 4 बोड़ो ईसाई आतंकियों को पीट- पीट कर मार डाला। श्री जैन ने कहा कि यह वह बहादुरी है जो पूर्वोत्तर के ईसाई इलाकों में आज तक कोई नही दिखा सका। उल्लेखनीय है कि बुराड़ी में कांग्रेस अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमति सोनिया गांधी ने भी पूर्वोत्तर के नागालैन्ड मिजोरम-मेघालय-त्रिपुरा आदि राज्यों में हो रही ईसाई आतंकवादियों द्वारा अवैध उगाही को स्वीकार किया था। और यह भी किसी से छुपा नही है कि आज पूर्वोत्तर में सरकारी कर्मचारी तक अंग्रेजी चर्च के गुलाम बन कर 10 प्रतिशत ईसाई टैक्स देने के लिये बाध्य है। पिछले दिनो अरूणाचल के छात्र संगठनों ने भी श्री चिदम्बरम के अरूणाचल दोरे के दौरान इसाई आतंकवादी गिरोह एन एस सी एन के आतंकवादियों द्वारा की जा रही इस अवैध उगाही ।10 प्रतिशत ईसाई टैक्स। की शिकायत करते हुए इससे निजात दिलाने की प्रार्थना की थी ।
    श्री जैन ने कहा कि पूर्वोत्तर के एक- एक इलाके जबरदस्ती बंदूक की नोक पर ईसाई बनाये जा रहे हैं यह एक खतरनाक और देश की अखण्डता के लिये एक बहुत बड़ा खतरा है। कोकराझार मे मुसलमानों के घरों के जलाने और उन्हें वहां से भगाने के पीछे बोडो इलाके को पृथक ईसाई राज्य बोडो़ लैण्ड बनाने की आतंकवादी चर्च की साजिश बताया।श्री जैन ने बताया कि कोकराझार के इलाके में ईसाई की लिखित और अनलिखित आबादी अनुमानतः 22 प्रतिशत है।और यहां मुस्लिम आवादी 33 प्रतिशत है। इन मुस्लिमों ने आतंकवादी अंग्रेज मिश्निरियों की लाख कौशिशों के बाद भी ईसाई बनना ठीक उसी प्रकार से स्वीकार नही किया जैसे मेधालय के राभा हिन्दुओं ने अपना धर्म नही छोड़ा।आतंकवादी चर्च ने अपने बोड़ो ईसाई आतंकवादी गिरोहों द्वारा इनको ठिकाने लगाने का फैसला किया।श्री जैन ने स्पष्ट किया कि कोकराझार में मुस्लिमों के घरों में आग लगाने वाले चर्च के बोड़ो ईसाई आतंकवादी ही है,ताकि कोकराझार से मुस्लिमों को भगाकर वहां की ईसाई आबादी आनन - फानन में 22प्रतिशत से 35 प्रतिशत की जा सके।

    ReplyDelete