दैनिक जागरण, ३० अक्टूबर २००८ । एक बार फिर असम खून से लाल हो गया। यहां लगभग 13 जगहों पर हुए सीरियल ब्लास्टों में कम से कम 66 लोगों की मौत हो गई और दो सौ से अधिक लोग घायल हो गए। सभी विस्फोट बृहस्पतिवार सुबह ११:३० से ११:४० बजे के बीच हुए। कोकराझाड़ में तीन जगहों पर, गुवाहाटी में पांच जगहों पर और बोंगाईगांव तीन व बरपेटा में दो जगहों में धमाके हुए। इसे लेकर असम में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है और लोगों को घरों से नहीं निकले के लिए कहा गया है। वहीं, गणेशगुड़ी में धमाके के बाद गुस्साएं लोग पुलिस से भिड़ गए, जिसमें कई लोग घायल हो गए। जिसके बाद दिसपुर, गणेशगुड़ी व गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया।
वहीं, केंद्रीय गृह सचिव मधुकर गुप्ता ने कहा कि असम में हुए सिलसिलेवार धमाकों में बाह्य संपर्को वाले पूर्वोत्तार के उग्रवादी गुटों को हाथ हो सकता है। इस बीच, उल्फा इन विस्फोटों की जिम्मेदार लेने से इनकार कर दिया। उधर, केंद्र ने मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये की सहायता दिए जाने की मंजूरी दी। इधर, मुख्यमंत्री तरुण गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इन धमाकों की कड़ी निंदा की। इस बीच, केंद्र का एक उच्चस्तरीय दल स्थिति का जायजा लेने के लिए असम आएगा। दल में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे।
जानकारी के अनुसार आज सुबह 11.30 बजे कोकराझाड़ में बड़ाबाजार, रेलवे गेट व एक होटल के पास नाले में विस्फोट हुआ। यहां तीनों धमाकोंमें लगभग 15 लोगों की मरने व बीस से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। यहां विस्फोट एक से दो मिनट के अंतराल पर हुए। बड़ाबाजार व रेलवे गेट इलाके में मोटरसाइकिल में ग्रेनेड बम रखा गया था। इन विस्फोटों से इलाके में अफरा-तफरी मच गई है। पुलिस प्रशासन व सुरक्षाकर्मी राहत कार्य में जुटे हैं। उधर, गुवाहाटी सीजेएम कोर्ट परिसर, फैंसी बाजार, पान बाजार, गणेशगुड़ी स्थित सचिवालय जनता भवन के समीप व एक फ्लाईओवर के नीचे आटोस्टैंड में विस्फोट हुए। यहां एक कार व आटो में बम छिपाकर रखे गए थे।
यहां धमाके सुबह 11.30 बजे के आसपास हुए। उल्लेखनीय है कि गुवाहाटी सीजेएम कोर्ट परिसर में ही डीसी कार्यालय भी है। यहां विस्फोट में छह लोगों की और गणेशगुड़ी में दोनों स्थानों पर लगभग 29 लोगों की मौत हुई है और काफी संख्या में लोग घायल हुए हैं। गणेशगुड़ी फ्लाईओवर के नीचे का विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि वहां खड़ी कारें खाक हो गई। इतना ही नहीं, आसपास 500 मीटर के दायरे में स्थिति इमारतों के शीशे चटक गए। घायलों को गुवाहाटी कालेज में भर्ती कराया गया है। कई लोगों की हालत गंभीर बताई गई है।
उल्लेखनीय है कि आतंकियों ने सभी भीड़भाड़ वाले इलाके को ही अपना निशाना बनाया है। कोकराझाड़ में आज बाजार का दिन था और भइयादूज को लेकर काफी भीड़ भाड़ थी, क्योंकि दीपावली को लेकर दो दिन की बंदी के बाद बाजार आज ही खुले थे। यही आलम गुवाहाटी के फैंसी बाजार व पान बाजार में भी था। उधर बोंगाईगांव में तीन स्थानों पर विस्फोट में मरने वालों की सूचना नहीं मिली है, जबकि बरपेटा में दो स्थानों पर विस्फोट हुए, जिसमें 11 लोगों की मौत हुई। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बरपेटा में कई स्थानों से बम भी बरामद किए गए हैं, जिसे निष्क्रिय कर दिया गया है।
वहीं, गणेशगुड़ी फ्लाईओवर के नीचे विस्फोट से आक्रोशित जनता व पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प हुई, जिसमें चार पुलिसकर्मी समेत कई लोग घायल हो गया। स्थिति से निपटने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग करनी पड़ी। लोगों के आक्रोश को देखते हुए दिसपुर व गणेशगुड़ी, गुवाहाटी में कर्फ्यू लगाया दिया गया है। इलाके में जवान गश्त लगा रहे हैं और लोगों को घरों से नहीं निकले को कहा गया है। उल्लेखनीय है कि विस्फोट के बाद यहां प्रशासन की लेटलतीफी के कारण स्थानीय जनता आक्रोशित होकर सड़क पर उतर आई और विरोध-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। आरोप है कि विस्फोट के काफी समय बाद फायरबिग्रेड के इंजन मौके पर पहुंचे। इससे स्थानीय लोगों ने पुलिस व फायरबिग्रेड कर्मियों पर पर हमला कर दिया और दमकल व पुलिस वाहनों को फूंक दिया। स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग की। इलाके में भीड़ को हटाने के लिए अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। इलाके में तनाव है। उधर, दमकल के विभाग सूत्रों ने बताया कि धमाके के कारण सड़क जाम हो गई, जिससे मौके पर पहुंचने में समय अधिक लगा।
उधर, पुलिस ने हमलों के पीछे उग्रवादी गुट उल्फा के हाथ होने की आशंका जताई है, लेकिन कुछ पुलिस अधिकारियों ने कट्टर इस्लामिक गुटों का हाथ होने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया है। पुलिस ने विस्फोट में आरडीएक्स के इस्तेमाल करने का भी अनुमान लगाया है।
इस बीच, नई दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव मधुकर गुप्ता ने बताया कि विस्फोटों के स्थलों पर एनएसजी का एक दल भी भेजा जाएगा। विस्फोट की प्रवृत्तिके बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अपराध विज्ञान विशेषज्ञ विस्फोट स्थलों पर जांच कर रहे हैं। क्या अतिरिक्त अर्द्धसैनिक बल राज्य में भेजे जाएंगे इस पर उन्होंने कहा कि वहां पहले ही काफी बल तैनात है। गुप्ता ने कहा कि हम उन्हें कुछ समय तक वहीं रखेंगे और शायद चुनाव की ड्यूटी में [छह राज्यों में] उन्हें नहीं लगाया जाएगा। विस्फोट के पीछे किसका हाथ हो सकता है इस पर उन्होंने कहा कि समूह की पहचान करना अभी जल्दबाजी होगी।
इधर, असम में सिलसिलेवार बम विस्फोटों के बाद मुंबई सहित महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों में सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। विस्फोट के बाद समूचे मेघालय में हाई एलर्ट घोषित कर दिया गया है।
इस बीच, उल्फा की ओर से जारी एक ई-मेल वक्तव्य में विस्फोटों में किसी तरह की भागीदारी से इनकार करते हुए आरोप लगाया है कि सरकार के अधिकारियों द्वारा जानबूझकर शांति प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए गुट पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं।