दैनिक जागरण, २२ अक्टूबर २००८, मऊ । आजमगढ़ में बीते दिनों आयोजित आतंक विरोधी जलसे में एक वक्ता द्वारा देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री एवं भारत रत्न से विभूषित लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल को आतंकवादी कहे जाने की खबर से यहां के लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। मंगलवार को विभिन्न स्थानों पर मसले को लेकर हुई बैठक में कड़ी प्रतिक्रिया जतायी गयी और देश के एकीकरण में अहम भूमिका अदा करने वाले वाले लौह पुरुष के विरुद्ध ऐसी टिप्पणी करने वाले को देशद्रोही की संज्ञा देते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग की गयी।
स्थानीय जीवन राम इंटर कालेज में दोपहर एक बजे अध्यापकों की हुई बैठक में निंदा प्रस्ताव पास किया गया और सरदार पटेल को आतंकी बताने वाले मजहबी नेता को विक्षिप्त मानसिकता का राष्ट्रविरोधी करार दिया गया। शिक्षकों ने ऐसे तत्वों को तत्काल गिरफ्तार कर देशद्रोह के आरोप में जेल भेजे जाने की भी मांग उठायी। साथ ही ऐसे तत्वों का मुखर या मौन समर्थन करने वालों को भी हवालात की हवा खिलाते हुए कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। अध्यक्षता प्रधानाचार्य स्वामीनाथ पाण्डेय ने की।
उधर चिरैयाकोट बाजार में भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अविनाश लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी सरकार पटेल को आतंकी बताये जाने पर कड़ी नाराजगी जतायी गयी। अध्यक्षीय भाषण में श्री लाल ने कहा कि देश का एकीकरण करने वाले महापुरुष किसी देशद्रोही की नजर में ही आतंकी हो सकते है। ऐसे देशद्रोही तत्वों को गिरफ्तार कर उन्हे सजा देनी चाहिये। इस मौके पर आशुतोष मिश्र, अभिमन्यु पाण्डेय, मनीष सोनी, मोनू वर्मा, महेन्द्र, रणंजय सिंह आदि उपस्थित थे।
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