इस आशय के शपथ पत्र झरना नाले के जंगल में स्थित उस जमीन के मालिक किसानों ने न्यायालय और पुलिस के समक्ष दिये हैं, जहां चर्बी का अवैध ठिकाना संचालित था। नगला रामबल के कवेला निवासी काश्तकार देवीराम, बच्चू सिंह, रमेश चंद, दिनेश चंद पुत्र परसादी लाल ने अपने अधिवक्ता बंशो बाबू के जरिए यह शपथ पत्र दिये हैं। इंस्पेक्टर एत्मादपुर को इसके लिए अवगत कराया है कि करीब सवा दो साल पहले मंगल खां नामक व्यक्ति उनके पास आया था। उसके साथ मेरठ निवासी नौशाद, ग्यास, फारुख निवासी रेलवे क्वाटर छलेसर, पप्पू खां निवासी पीला खार एत्माद्दौला थे। मंगल खां के कहने पर ही उन्होंने मुर्गी का दाना बनाने के लिए जमीन किराये पर दी। किसानों का कहना है कि उपजाऊ भूमि न होने के कारण हमने उसे किराए पर दे दिया। करीब आठ माह पहले जब क्षेत्र में बदबू फैलने लगी तो दूसरे ग्रामीणों ने आकर बताया कि वहां चर्बी निकालने का धंधा हो रहा है। किसानों के मुताबिक उन्होंने मंगल खां और पप्पू आदि से जमीन खाली करने को कहा था उन्होंने डरा-धमकाकर शांत करा दिया। साथ ही कहा कि हमारी बहुत ऊपर तक पहुंच है। इसके बाद ही क्षेत्रीय नागरिकों के सहयोग से अधिकारियों के यहां शिकायत की गयीं। फिर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव नेतराम यहां आये तो उनको अवगत कराया गया। किसानों का कहना है कि उनका इस अवैध कारोबार से कोई सम्बन्ध नहीं था। न ही वह जमीन किराये पर देने के बाद कभी खेतों की तरफ गये।
हिंदू हितों (सामाजिक, धार्मिक एवं राजनीतिक) को प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से प्रभावित करने वाली घटनाओं से सम्बंधित प्रमाणिक सोत्रों ( राष्ट्रिय समाचार पत्र, पत्रिका) में प्रकाशित संवादों का संकलन।
Thursday, June 25, 2009
दबंगई से चल रहा था अवैध चर्बी कारोबार
इस आशय के शपथ पत्र झरना नाले के जंगल में स्थित उस जमीन के मालिक किसानों ने न्यायालय और पुलिस के समक्ष दिये हैं, जहां चर्बी का अवैध ठिकाना संचालित था। नगला रामबल के कवेला निवासी काश्तकार देवीराम, बच्चू सिंह, रमेश चंद, दिनेश चंद पुत्र परसादी लाल ने अपने अधिवक्ता बंशो बाबू के जरिए यह शपथ पत्र दिये हैं। इंस्पेक्टर एत्मादपुर को इसके लिए अवगत कराया है कि करीब सवा दो साल पहले मंगल खां नामक व्यक्ति उनके पास आया था। उसके साथ मेरठ निवासी नौशाद, ग्यास, फारुख निवासी रेलवे क्वाटर छलेसर, पप्पू खां निवासी पीला खार एत्माद्दौला थे। मंगल खां के कहने पर ही उन्होंने मुर्गी का दाना बनाने के लिए जमीन किराये पर दी। किसानों का कहना है कि उपजाऊ भूमि न होने के कारण हमने उसे किराए पर दे दिया। करीब आठ माह पहले जब क्षेत्र में बदबू फैलने लगी तो दूसरे ग्रामीणों ने आकर बताया कि वहां चर्बी निकालने का धंधा हो रहा है। किसानों के मुताबिक उन्होंने मंगल खां और पप्पू आदि से जमीन खाली करने को कहा था उन्होंने डरा-धमकाकर शांत करा दिया। साथ ही कहा कि हमारी बहुत ऊपर तक पहुंच है। इसके बाद ही क्षेत्रीय नागरिकों के सहयोग से अधिकारियों के यहां शिकायत की गयीं। फिर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव नेतराम यहां आये तो उनको अवगत कराया गया। किसानों का कहना है कि उनका इस अवैध कारोबार से कोई सम्बन्ध नहीं था। न ही वह जमीन किराये पर देने के बाद कभी खेतों की तरफ गये।
Monday, June 22, 2009
दिनदहाड़े मुख्य बाजार में फायरिंग से हड़कम्प
दैनिक जागरण, बहराइच, 20 जून 2009: शहर के मुख्य बाजार में आज पैसे के लेनदेन को लेकर दो पक्षों के बीच हुई फायरिंग की घटना से हड़कम्प मच गया। दिनदहाड़े हुई इस घटना में दोनों पक्षों की ओर से लगभग आधे घंटे तक पथराव होता रहा। मामला विशेष समुदाय से जुड़ा होने के कारण तनाव के साथ दहशत का आलम बना हुआ है। हालांकि पुलिस तनाव, दहशत और फायरिंग की घटना से इनकार कर रही है। घटना की सूचना पाकर पुलिस उपाधीक्षक नगर के साथ नगर व दरगाह थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। सीओ की सतर्कता से बड़ा मामला होने से बच गया।
कोतवाली नगर क्षेत्र के वजीरबाग मोहल्ले में रिंकू की परचून की दुकान है। शुक्रवार को इस दुकान से मंसूरगंज के रेहान ने पान-मसाला खरीदा था। दुकानदार द्वारा पैसा मांगने पर उसे गालीगलौज देते हुए धमकी भी दी और पैसा न देकर दबंगई दिखाते हुए वापस लौट गया था। बताया जाता है कि शनिवार को पुन: रेहान कुछ लोगों के साथ उसी दुकान के पास पहुंचा और कुछ लड़कियों को देखकर छींटाकशी करने लगा। इससे मोहल्ले वाले आक्रोशित हो गए। दोनों पक्षों के बीच विवाद होने लगा। विवाद ने तूल पकड़ लिया और देखते ही देखते दोनों पक्षों की ओर से पथराव होने लगा। इसी बीच फायरिंग भी की गयी। दोनों पक्षों के बीच हो रही फायरिंग की सूचना पुलिस को दी गयी। पुलिस उपाधीक्षक नगर रामकेवल के अलावा नगर व दरगाह शरीफ की पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच गयी। पुलिस को देखकर हमलावर फरार हो गए। दिनदहाड़े आज हुई इस घटना से शहर में हड़कम्प मच गया। हालांकि इस घटना में किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है। शुक्रवार को हुए घटना की पुलिस को जानकारी दी गयी थी लेकिन पुलिस द्वारा इस घटना को बहुत ही हल्के ढंग में लेकर मामले को दबा दिया था।
पुलिस यदि लेनदेन की घटना पर सक्रिय हो जाती तो ऐसी घटना होने से बच सकती थी। पुलिस उपाधीक्षक नगर ने फायरिंग, तनाव व छींटाकशी की घटना से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए कई घरों पर दबिश दी गयी है लेकिन मौके से सभी फरार हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि लगभग दस लोगों को चिह्नित कर लिया गया है जिन्हें शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना के बाद मौके पर दहशत के साथ तनाव की स्थिति बनी हुई है।
Sunday, June 21, 2009
पशुवध के विरोध में कोतवाली पर प्रदर्शन
सहारनपुर के बच्चों को बिजनौर में धर्मांतरण की शिक्षा
दैनिक जागरण, २१ जून २००९, सहारनपुर। सहारनपुर के जनकपुरी थानाक्षेत्र में तीन बच्चों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने को शिक्षा-दीक्षा देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित ने अपनी ही पत्नी के प्रेमी व भाई पर उसके दो बच्चों व एक बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने और बिजनौर के मदरसे में धर्मांतरण की शिक्षा-दीक्षा देने का आरोप लगाया है।
शनिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे मिर्जापुर थानाक्षेत्र के गांव आलमपुर निवासी कलीराम ने बताया कि सड़क दूधली निवासी शकील नामक युवक ने पहले तो उसकी पत्नी रेखा को अपने चंगुल में फंसा लिया। यही नहीं उसे मृत दिखाकर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये हड़प लिए। इसके बाद उसके तीन बच्चों सन्नी , बॉबी (7) व एक बेटी (16) को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। काफी तलाश करने के बाद उसने 24 दिन पहले दोनों के विरुद्ध जनकपुरी थाना क्षेत्र में मुकदमा भी दर्ज कराया था। दो दिन पहले पुलिस ने पत्नी रेखा व शकील को राकेश केमिकल चौकी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उसके बच्चों को कुछ पता नहीं चल सका था। जनकपुरी पुलिस ने 19 जून को पति को मृत दिखा फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठाने के आरोप में जेल भेज दिया था और तीनों बच्चों की तलाश में जुट गई। कलीराम ने बताया कि रात एक बजे पुलिस ने उन्हें थाने बुलाकर तीनों बच्चों को उनके सुपुर्द कर दिया। पूछताछ में बच्चों सन्नी व बॉबी ने बताया कि उन्हें यहां से ले जाकर बिजनौर के एक मदरसे में रखा गया था और उन्हें ले जाने वाले राजेश मामा थे। राजेश के बारे में पूछने पर कलीराम ने बताया कि वह उसकी पत्नी रेखा का भाई है और अब अपने को उस्मान बताता है। एसएसपी के न मिलने पर कलीराम ने एसपी देहात पूरन सिंह को प्रार्थना-पत्र सौंपकर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी व की मांग की है। साथ ही अपने बच्चों की भी सुरक्षा की मांग की है। एसपी देहात पूरन सिंह ने मामले को गंभीरता से जांच कराने और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
Friday, June 19, 2009
धार्मिक स्थल का निर्माण शुरू होने से लोग नाराज
Dainik Jagran, 18 Jun 2009, बाहरी दिल्ली, जागरण संवाददाता : रोहिणी के सेक्टर-16 में धार्मिक स्थल का निर्माण शुरू होते ही क्षेत्रवासी डीडीए से खासे नाराज हो गए हैं। सेक्टर की डेढ़ दर्जन से ज्यादा रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन निर्माण के विरोध में बृहस्पतिवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण के आयुक्त से मुलाकात करने गए। संगठनों ने धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। जबकि निगम पार्षद ने इस संबंध में उप राज्यपाल से मांग की है कि स्थिति तनावपूर्ण होने से बचाएं और उक्त धार्मिक स्थल का आवंटन निरस्त करने का आदेश जारी करें।
बृहस्पतिवार को सेक्टर-16 स्थित ब्लॉक बी-1 के नजदीक नगर निगम के स्टोर से सटे स्थल पर एक मस्जिद निर्माण के लिए नींव की खुदाई शुरू हुई। ये देख इलाके की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों ने ऐतराज जताया। कर्मयोगी परिषद रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सतीश गुप्ता ने बताया कि पूर्व में अप्रैल माह में क्षेत्र के डेढ़ दर्जन से ज्यादा संगठनों ने डीडीए उपाध्यक्ष अशोक कुमार निगम को पत्र लिखकर विरोध जताया था कि यहां मस्जिद का आवंटन निरस्त किया जाए, क्योंकि 500 मीटर दूर एक मस्जिद पहले से है। साथ ही आस-पास मुस्लिम समुदाय की आबादी भी नगण्य है। बावजूद इसके आरडब्ल्यूए की अनदेखी की गई। गुप्ता ने कहा कि डीडीए का संबंधित आयुक्त ने जान-बूझकर मस्जिद निर्माण को मंजूरी देते हुए हिंदू भावनाओं की बेकद्री की। बहुत जल्द उक्त स्थल पर रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों के सैकड़ों कार्यकर्ता धरना देते हुए डीडीए के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इस संबंध मे ंनिगम पार्षद हरीश अवस्थी ने उप राज्यपाल को पत्र लिख कर उक्त आवंटन को रद करवाने का अनुरोध किया है।
Wednesday, June 17, 2009
मेरठ में हिंसा, दो थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू
18 मवेशियों के साथ दो तस्कर गिरफ्तार
दैनिक जागरण, १६ जून २००९, कमालपुर (चंदौली) । धीना पुलिस ने सोमवार को पूर्वाह्न 9.30 बजे पिपरदहां गांव के समीप ट्रक संख्या यूपी 52एफ 0329 से वध हेतु ले जाये जा रहे 18 पशुओं के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
धीना थानाध्यक्ष बीके सिंह को मुखबिर से सूचना मिली कि पशु तस्कर उक्त ट्रक से पशुओं को वध हेतु बिहार ले जा रहे है। मुखबिर के सूचना पर धीना थानाध्यक्ष अपने हमराह सिपाहियों के साथ धीना वाया जमानियां मार्ग पर जा रहे थे। उसी बीच उक्त ट्रक तिरपाल से ढकी गुजर रही थी। ट्रक चालक पुलिस की जीप देखकर गाड़ी रोककर भागने लगा। पुलिस ने दौड़ाकर पिपरदहा गांव से उसे पकड़ लिया। दूसरा व्यक्ति तुफैल दिलदारनगर का निवासी भी पकड़ा गया। ट्रक का तिरपाल खोलकर देखा गया तो उसमें 18 पशु लदे थे। इसमें 10 पड़वा व 8 पडि़या थे। दोनों को पुलिस ने पशु वध अधिनियम के तहत जेल भेज दिया।
घड़े को लेकर दो समुदाय आमने-सामने
दैनिक जागरण, १५ जून २००९, मेरठ। ब्रह्मापुरी की सैनियों वाली गली में बच्चे से घड़ा क्या टूटा दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। इस दौरान कहासुनी के बाद जमकर मारपीट हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों के चार लोगों को हिरासत में ले लिया। इसको लेकर भाजपाइयों ने थाने पर जमकर हंगामा किया। इस दौरान एसओ से उनकी तीखी झड़पें भी हुई।
सैनियों वाली गली में नवाब की मिट्टी के बर्तन की दुकान है। शाम को खेलते समय एक बच्चे से घड़ा टूट गया। इस पर नवाब ने बच्चे को भला बुरा कहते हुए पिटाई कर दी। उसी दौरान बच्चे की मां आ गई और उसने नवाब से कहा कि बच्चे को क्यों पीटा, घड़ा टूट गया था तो वह पैसा दे देती। इसी बात को लेकर हुई कहासुनी इतनी बढ़ी की सैनी बिरादरी के लोगों ने नवाब की पिटाई कर दी। इसके चलते हंगामा खड़ा हो गया और दूसरे समुदाय के भी काफी लोग मौके पर जमा हो गए। दोनों के बीच तनातनी की सूचना पर पहुंची पुलिस सैनी पक्ष की तरफ से बबलू, नीरज और राजेश और दूसरे पक्ष से नवाब को पकड़कर थाने ले गई और हवालात में डाल दिया। सूचना मिलने पर भाजयुमो के ब्रह्मापुरी वार्ड के अध्यक्ष अमित सैनी कार्यकर्ताओं के संग पहुंच गए और पुलिस कार्रवाई को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। अमित सैनी ने एसओ से कहा कि अगर कार्रवाई ही करनी थी तो दोनों पक्षों की तरफ से बराबर लोगों को बंद किया जाता। यह एकतरफा कार्रवाई है। इसको लेकर अमित और एसओ के बीच कहासुनी हुई। सूचना मिलने पर भाजयुमो के महानगर अध्यक्ष कमलदत्त शर्मा भी पहुंच गए और कहा कि ऐसी कार्रवाई कर पुलिस खुद माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। इस दौरान पुलिस की भायजुमो कार्यकर्ताओं से नोक-झोंक भी हुई। बाद में थाने पर दोनों पक्षों के बीच समझौता हो जाने पर पुलिस ने सभी को छोड़ दिया।
धर्म परिवर्तन के मामले में 226 लोगों के विरुद्ध मुकदमा
बार-बार अफवाहों के दौर चलने के बाद सोमवार को आम दिनों की तरह खुले, लेकिन चहल-पहल ज्यादा नहीं थी। देहात क्षेत्र के लोग बहुत कम संख्या में खरीदारी करने आए। घटना के बाद से ही कस्बे में पुलिस व पीएसी को तैनात कर दिया गया था, जो लगातार गश्त कर रही है।
कप्तान के निर्देश पर धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी लुकमान, जुलफान व फैजान के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं, पुलिस ने हंगामा करने के आरोप में दोनों पक्षों के 23 लोगों को नामजद व 200 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है। एक पक्ष के अंबेहटा निवासी चरण सिंह आदि के अलावा 50 अज्ञात जबकि दूसरे पक्ष के अम्बेहटा निवासी इनामआदि के अलावा 150 अज्ञात लेगों पर मुकदमा कायम कर लिया है।
Tuesday, June 16, 2009
अस्थि विसर्जन के लिए भी वीजा नहीं
Dainik Jagran, 15 Jun 2009, नई दिल्ली, पाकिस्तान के कई श्मशान घाटों में सैकड़ों अस्थि-कलश तीन दशकों से भी अधिक समय से गंगा में विसर्जन के लिए रखे हुए है। वीजा जारी करने की कठिन प्रक्रिया के कारण इन अस्थियों को उनके परिजन भारत आकर गंगा में प्रवाहित नहीं कर पाते हैं।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के श्मशान घाटों में जिनकी अस्थियां रखी हैं, उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनकी अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया जाए। मगर इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग तभी वीजा जारी करता है, जब आवेदक का कोई रिश्तेदार या जान-पहचान वाला हरिद्वार में हो। जाहिर है ऐसे लोग नगण्य हैं और वे वीजा के लिए बार-बार इस्लामाबाद आने-जाने का खर्च बर्दाश्त कर पाने में असमर्थ हैं। इस वजह से भारत का वीजा पाने के इंतजार में ही परिजनों के सालों गुजर जाते हैं।
ज्यादातर गरीब लोग तो सिंध नदी में ही अस्थि-कलश प्रवाहित कर देते हैं, लेकिन जो गंगा में प्रवाहित करना चाहते हैं वे वीजा के इंतजार में अस्थि-कलश संजोकर रखते हैं। सिंध के श्मशान घाट प्रशासन की सूचना के अनुसार सैकड़ों के करीब ऐसी अस्थि कलश वहां रखे हैं, जिनके बारे में अब यह पता लगाना भी कठिन हो गया है कि उनका संबंध आखिर किस परिवार से था? अधिकांश अस्थि-कलशों पर मृतक का नाम मिट चुका है।
गौरतलब है कि 1998 की जनगणना के अनुसार पाकिस्तान में लगभग 24 लाख 33 हजार हिंदू हैं और पिछले एक दशक में हिंदुओं की संख्या में वहां अच्छी-खासी बढ़ोतरी हुई है। सुप्रसिद्ध गांधीवादी निर्मला देशपांडे और सिंध के हिंदू परिषद की पहल से कुछ अस्थियों का तो विसर्जन संभव हुआ था, मगर यह प्रक्रिया आज भी आसान नहीं हो पाई है। इस वजह से पाकिस्तान के अधिकतर हिंदू भारत स्थित पवित्र तीर्थ स्थानों की यात्रा का सपना भी पूरा नहीं कर पाते हैं।