Sunday, June 21, 2009

सहारनपुर के बच्चों को बिजनौर में धर्मांतरण की शिक्षा

दैनिक जागरण, २१ जून २००९, सहारनपुर। सहारनपुर के जनकपुरी थानाक्षेत्र में तीन बच्चों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने को शिक्षा-दीक्षा देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित ने अपनी ही पत्‍‌नी के प्रेमी व भाई पर उसके दो बच्चों व एक बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने और बिजनौर के मदरसे में धर्मांतरण की शिक्षा-दीक्षा देने का आरोप लगाया है।

शनिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे मिर्जापुर थानाक्षेत्र के गांव आलमपुर निवासी कलीराम ने बताया कि सड़क दूधली निवासी शकील नामक युवक ने पहले तो उसकी पत्‍‌नी रेखा को अपने चंगुल में फंसा लिया। यही नहीं उसे मृत दिखाकर समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपये हड़प लिए। इसके बाद उसके तीन बच्चों सन्नी , बॉबी (7) व एक बेटी (16) को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। काफी तलाश करने के बाद उसने 24 दिन पहले दोनों के विरुद्ध जनकपुरी थाना क्षेत्र में मुकदमा भी दर्ज कराया था। दो दिन पहले पुलिस ने पत्‍‌नी रेखा व शकील को राकेश केमिकल चौकी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उसके बच्चों को कुछ पता नहीं चल सका था। जनकपुरी पुलिस ने 19 जून को पति को मृत दिखा फर्जी तरीके से योजना का लाभ उठाने के आरोप में जेल भेज दिया था और तीनों बच्चों की तलाश में जुट गई। कलीराम ने बताया कि रात एक बजे पुलिस ने उन्हें थाने बुलाकर तीनों बच्चों को उनके सुपुर्द कर दिया। पूछताछ में बच्चों सन्नी व बॉबी ने बताया कि उन्हें यहां से ले जाकर बिजनौर के एक मदरसे में रखा गया था और उन्हें ले जाने वाले राजेश मामा थे। राजेश के बारे में पूछने पर कलीराम ने बताया कि वह उसकी पत्‍‌नी रेखा का भाई है और अब अपने को उस्मान बताता है। एसएसपी के न मिलने पर कलीराम ने एसपी देहात पूरन सिंह को प्रार्थना-पत्र सौंपकर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी व की मांग की है। साथ ही अपने बच्चों की भी सुरक्षा की मांग की है। एसपी देहात पूरन सिंह ने मामले को गंभीरता से जांच कराने और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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