राज्य के पश्चिमी ज़िले चिरांग से हिंसा की ताज़ा ख़बरें हैं जहां बोडो लोगों ने दूसरे समुदाय के कम से कम तीन लोगों को मार दिया है. मारे जाने वालों में एक गर्भवती महिला भी हैं.
उधर ग्वालपाड़ा ज़िले में राबा कबीले के लोगों और मुस्लिम समुदाय के बीच हुई झड़प में घायल एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि सबसे बुरी तरह प्रभावित उदालगिरी और दरांग ज़िलों में भी कुछ घायलों की मौत हुई है.
असम पुलिस दंगों को रोकने का प्रयास कर रही है. शुक्रवार और शनिवार को कम से कम 12 स्थानों पर पुलिस ने गोलिया चलाईं जिसमें 16 लोग मारे गए. ये लोग हिंसा और आगजनी कर रहे थे.
बाकी लोग सामुदायिक हिंसा में मारे गए हैं.
अभी तक इन दंगों में कम से कम 100 लोग घायल हुए हैं जिसमें से कई की हालत गंभीर है. अब तक राज्य के छह ज़िले इस हिंसा से प्रभावित हो चुके हैं.
सबसे अधिक प्रभावित ज़िला उदालगिरी है जहां 25 लोग मारे गए हैं. पड़ोस के दरांग ज़िले में नौ लोग जबकि बक्सा में एक व्यक्ति की मौत हुई है.
हिंसा का यह दौर उस समय शुरु हुआ जब शुक्रवार को यह अफ़वाह फ़ैली कि कुछ मुस्लिमों ने उदालगिरी ज़िले में बोडो कबीले के रौता गांवों से मवेशी चुराए हैं.
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार इस अफ़वाह के फ़ैलने के बाद स्थिति और ख़राब हुई कि कुछ मुस्लिम चरमपंथियों ने बम रखे हैं और पाकिस्तानी झंडे दिखाए.
इस समय हिंसा प्रभावित सभी इलाक़ों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इतना ही नहीं कई स्थानों पर दंगाईयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं.
राज्य में स्थिति से निपटने के लिए सेना को बुलाया गया है और उदालगिरी ज़िले के मुख्य ज़िला अधिकारी का तबादला कर दिया गया है.
उदालगिरी और दरांग ज़िले में कई स्थानों पर राहत शिविर लगाए गए हैं जहां बड़ी संख्या में लोग रह रहे हैं.
अधिकारियों के अनुसार राज्य में कम से कम 80 हज़ार लोग प्रभावित हैं.