दैनिक जागरण, ६ अक्टूबर , लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सोमवार को नमाज स्थल में हुई तोड़फोड़ के बाद पैदा हुए तनाव से उग्र हुई भीड़ को तितर-वितर करने के लिए पुलिस को फायरिंग व लाठीचार्ज करना पड़ा। दोनों समुदाय के बीच हुए संघर्ष में कम से कम पांच लोग घायल हो गएं।
सहारनपुर के पुलिस उपमहानिरीक्षक आनंद कुमार ने बताया कि कोतवाली देहात क्षेत्र के मेहरबानी गांव में अली हसन ने अपने घर में नमाज स्थल बना रखा था। इसे लेकर 1995 में भी तनाव हुआ था। उस समय दोनों समुदायों में हुए समझौते के अनुसार उक्त नमाज स्थल का उपयोग केवल अली हसन और उसके परिवार के द्वारा ही होना था।
पुलिस उपमहानिरीक्षक ने बताया कि अली हसन ने रविवार को कुछ अन्य लोगों को भी नमाज अता करने के लिए बुला लिया था और नमाज स्थल पर कुछ नया निर्माण भी करा लिया था।
आनंद कुमार के अनुसार करीब तीन हजार आबादी वाले गांव के दूसरे समुदाय ने समझौते का उल्लंघन बताते हुए नमाजस्थल को तोड़ दिया। उसके ऊपर रखे छप्पर को उखाड़ दिया और खंभों को भी तोड़ दिया गया।
उन्होंने बताया कि इसके तोडे़ जाने की खबर गांव से 20 किलोमीटर दूर बेहटा कस्बे में जब पहुंची तो वहां भी तनाव व्याप्त हो गया। बेहटा में भी तोड़फोड़ शुरू हो गई और पथराव किया गया जिसमें कई लोग घायल हुए।
उन्होंने बताया कि बेहटा से मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग गांव की ओर बढ़े और गांव और गांव के बाहर स्थित कुछ घरों में जमकर तोड़फोड़ की। पुलिस को उपद्रवी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ी। रबर बुलेट दागे गए लाठी चार्ज करना पड़ा। आनंद कुमार के अनुसार पुलिस के बल प्रयोग में कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन दोनों समुदाय के आपसी संघर्ष में कम से कम पांच लोग घायल हुए हैं।
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