दैनिक जागरण, ४ जुलाई २००९, मैसूर। मदरसे को कथित तौर पर अपवित्र करने को लेकर मैसूर में भड़की सांप्रदायिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। शहर में छुरेबाजी की घटनाओं में बृहस्पतिवार रात तीन अन्य लोग घायल हो गए। हिंसाग्रस्त इलाकों में शुक्रवार को रैपिड एक्शन फोर्स [आरएएफ] ने फ्लैग मार्च किया।
पुलिस के मुताबिक बृहस्पतिवार रात मोटरसाइकिल पर सवार तीन हथियारबंद लोग तीन राहगीरों को चाकू मारकर फरार हो गए। घायलों को शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हिंसा थामने के लिए सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को उन क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया, जहां धारा 144 लागू है।
गौरतलब है कि मैसूर के उदयगिरी और उसके आसपास के क्षेत्रों में बृहस्पतिवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा में एक बच्चे सहित तीन लोग मारे गए। यह हिंसा तब भड़की जब मदरसे को कथित तौर पर अपवित्र करने से नाराज एक समुदाय के लोगों ने काम पर जा रहे 47 वर्षीय मजदूर की हत्या कर दी।
पुलिस के मुताबिक बृहस्पतिवार रात मोटरसाइकिल पर सवार तीन हथियारबंद लोग तीन राहगीरों को चाकू मारकर फरार हो गए। घायलों को शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हिंसा थामने के लिए सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को उन क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया, जहां धारा 144 लागू है।
गौरतलब है कि मैसूर के उदयगिरी और उसके आसपास के क्षेत्रों में बृहस्पतिवार को भड़की सांप्रदायिक हिंसा में एक बच्चे सहित तीन लोग मारे गए। यह हिंसा तब भड़की जब मदरसे को कथित तौर पर अपवित्र करने से नाराज एक समुदाय के लोगों ने काम पर जा रहे 47 वर्षीय मजदूर की हत्या कर दी।
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