लंदन, प्रेट्र : धर्म व धार्मिक ग्रंथों को देश-काल की सीमा से परे बताया जाता रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं रह गया है। ईसाइयों के धर्मग्रंथ बाइबिल को भारतीयों के लिए खास अंदाज में पेश किया गया है। इस बाइबिल में वर्जिन मेरी को साड़ी और जोसेफ को पगड़ी पहने दर्शाया गया है। धर्मातरण पर नजर : बाइबिल का यह भारतीयकरण खास मकसद से किया गया है। पश्चिमी देशों में भक्तों की कम होती संख्या को देखते हुए वेटिकन ने अपना ध्यान भारत की ओर केंद्रित किया है। उसे उम्मीद है कि यहां लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। बाइबिल का भारतीय संस्करण जारी किए जाने के मौके पर मुंबई के आर्कबिशप ओसवाल्ड ग्रेसियास ने कहा- मुझे पूरा विश्वास है कि भारत में और भारतीयों के लिए बनी यह बाइबिल हमारे लाखों लोगों को ईश्र्वर के शब्दों के और करीब ले जाएगी। बाइबिल में रामायण-महाभारत की बात : बाइबिल का यह भारतीय संस्करण रोमन कैथोलिक चर्च ने पिछले महीने प्रकाशित की है। इस पवित्र पुस्तक में कुल 27 स्केच ऐसे हैं, जो पूर्ण रूप से भारतीय दृश्यों व प्रतिमाओं से संबंधित हैं। इस धार्मिक ग्रंथ में महात्मा गांधी व मदर टेरेसा जैसी महान हस्तियों की तस्वीरें इस्तेमाल की गई हैं। लोगों को ईसाई धर्म समझाने के लिए इस बाइबिल में रामायण और महाभारत जैसे हिंदू धर्मग्रंथों के उद्धरण शामिल किए गए हैं। आर्क बिशप के प्रवक्ता फादर टोनी का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि हम हिंदू व ईसाई धर्म के मूल भाव की समानता दिखा सकें।
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