दैनिक जागरण, १० जून २००९, वाशिंगटन। कैलिफोर्निया के शिक्षा बोर्ड पर मुकदमा करने वाले हिंदू अमेरिकी अभिभावकों के एक संगठन ने अदालत के बाहर समझौता हो जाने के बाद मामला वापस लेने का निर्णय किया है।
इस संगठन ने पाठ्यपुस्तकों में हिंदुत्व के बारे में तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किए जाने का आरोप लगाते हुए बोर्ड के खिलाफ मामला दायर किया था। समझौते के बाद कैलिफोर्निया का शिक्षा विभाग और प्रांतीय शिक्षा बोर्ड कैलिफोर्निया पैरेंट्स फार द इक्वलाइजेशन आफ एजुकेशनल मैटेरियल्स [कापीम] को एक लाख 75 हजार डालर का मुआवजा देने को तैयार हो गया है।
कापीम ने अपने बयान में कहा कि कैलिफोर्निया का शिक्षा बोर्ड मुद्दे को स्पष्ट तरीके समझ गया है, इसलिए कापीम ने मुकदमे को और लंबा न खींचने का निर्णय किया है। प्रांत ने कापीम के साथ समझौता किया और स्वच्च्छिक तौर पर मुकदमा वापस लेने के बदले कापीम को एक लाख 75 हजार का जुर्माना देने का निर्णय किया है।
कापीम ने वर्ष 2006 में कैलिफोर्निया के ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट की अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट अदालत में मुकदमा दायर किया था।
संगठन ने सार्वजनिक विद्यालयों की पाठ्यपुस्तकों में धार्मिक तथ्यों को शामिल करने की प्रक्रिया और साथ ही पाठ में धर्म के बारे में की गई टिप्पणी को चुनौती दी थी।
कापीम ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि हम कैलिफोर्निया प्रांत में रहने वाले अभिभावकों के समूह हैं। हमारे प्रांत की इतिहास और समाज विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में हिंदुत्व के बारे में नकारात्मक तथ्यों पर हम गंभीर रूप से चिंतित हैं।
कापीम ने आरोप लगाया कि जहां ईसाई, इस्लाम और यहूदी धर्म को उसमें आस्था रखने वाले लोगों के परिप्रेक्ष्य में पेश किया जाता है, वहीं हिंदुत्व को उसमें आस्था न रखने वाले लोगों के परिप्रेक्ष्य में पेश किया जाता है। इसने आरोप लगाया कि कैलिफोर्निया का शिक्षा विभाग और शिक्षा बोर्ड हिंदू चिंताओं को दूर करने में विफल रहा। हिंदुओं के खिलाफ भेदभाव किया जा रहा है।
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