दैनिक जागरण, १८ अक्तूबर २००८, मऊ। नगर में शुक्रवार की आधी रात को प्रशासनिक तत्परता ने स्थिति को विस्फोटक होने से बचा लिया। मामला था दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के डोमनपुरा निवासी एक युवक की गिरफ्तारी के विरोध का। दरअसल जमशेद नामक युवक को पिस्टल एवं 16 कारतूस के साथ एसओजी ने भीड़भाड़ वाले मिर्जाहादीपुरा क्षेत्र से उठा लिया। इससे आक्रोशित होकर काफी संख्या में इकट्ठे हुए लोगों ने थाने का घेराव कर अभियुक्त को छोड़े जाने की मांग की। सफल न होने पर पथराव शुरू कर दिया गया। इसमें थानाध्यक्ष आरडी शुक्ल घायल हो गये। पुलिस द्वारा इस घटना में डेढ़ सौ लोगों के विरुद्ध भादंसं के तहत 147, 148, 149, 332, 352, 353, 7 क्रिमिनल ला अमेंडमेंट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
पुलिस के अनुसार दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के डोमनपुरा मुहल्ला निवासी जमशेद के पास पिस्टल एवं 16 कारतूस होने की सूचना पर एसओजी टीम के सदस्यों ने उसे गिरफ्तार कर लिया। चूंकि पुलिस टीम के सदस्य सादे वेश में थे इसलिये आसपास के लोगों को गलतफहमी हो गयी। लोग थाने पर सूचना देने पहुंच गये कि बदमाशों ने जमदेश का अपहरण कर लिया है। पुलिस के सेट भी घनघनाने लगे। थोड़ी ही देर में नगर की नाकेबंदी भी कर दी गयी लेकिन जब पुलिस अधिकारियों को वास्तविकता मालूम हुई तो उन्होंने लोगों को जानकारी दी कि जमशेद को बदमाश नहीं पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लोग इस जानकारी से संतुष्ट नहीं हुए और बड़ी संख्या में दक्षिण टोला थाना पहुंचकर घेराव प्रारंभ कर दिया। सूचना पाकर सीओ सीटी विद्या सागर मिश्र व प्रभारी निरीक्षक जेपी तिवारी भारी फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गये। उधर पुलिस द्वारा अभियुक्त को न छोड़े जाने को लेकर उग्र भीड़ द्वारा थाना भवन पर पथराव शुरू कर दिया गया। पुलिस ने उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिये हल्का बल प्रयोग करते हुए लोगों को खदेड़ दिया। इस संबंध में जहां गिरफ्तार जमशेद का 25 आर्म्स एक्ट के तहत चालान कर दिया गया वहीं डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
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